Dear Friends,
आज जबकि करोड़ों भारतीय इंटरनेट का use कर रहे हैं पर फिर भी नेट पर Hindi content की मौजूदगी बेहद कम है।
मेरी समझ से इसके तीन प्रमुख कारण हैं :
- पहला, हिंदी टाइपिंग का कठिन होना।
- दूसरा , हिंदी कंटेंट से पैसा कमाने के बहुत कम जरिये होना।
- तीसरा, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (Search Engine Optimization (SEO) )की तरफ हिंदी ब्लॉगर्स का ध्यान ना देना।
पहली वजह पे बात करते हैं। चूँकि , भारत में अंग्रेजी जानने वालों की कमी नहीं है , इसलिए कभी इस बात की बाध्यता महसूस नहीं हुई की QWERTY keyboard (क्वेर्टी कीबोर्ड) की तरह ही हिंदी का कीबोर्ड भी डेवेलप किया जाय। इसलिए चीन, जापान, इत्यादि देशों की तरह हमने कभी अपनी भाषा में कीबोर्ड बनाने और उसे बढ़ावा देने की कोशिश नहीं की। इसलिए करोङो लोग जो हिंदी में quality content produce कर सकते हैं , इससे वंचित रह गए।
एक तरीका था कि क्वेर्टी कीबोर्ड से ही हिंदी टाइपिंग की जाए। इस दिशा में कुछ काम हुआ , नए-नए फ़ॉन्ट्स बनाये गए , पर उनका इस्तमाल भी आसान नहीं था। मुझे याद है , जब मैं 12th में था , तब हमारे किरायेदार सरकारी काम के लिए घर पर हिंदी में टाइप करते थे , पर इसके लिए उन्होंने अपने कंप्यूटर के कीबोर्ड पर छोटे-छोटे स्टीकर चिपका रखे थे ,जिसपे हिंदी के अक्षर लिखे हुए थे और उसी की मदद से वे टाइप किया करते थे। पर ये बहुत कठिन था , एक छोटा सा पैराग्राफ लिखने में भी घंटो लग जाते थे। हालांकि, पिछले पांच सालों से ,जबसे गूगल ट्रांसलिटरेशन की सुविधा आई है , हिंदी टाइपिंग बहुत आसान हो गयी है, बस इसके लिए आपको थोड़ा-बहुत English का ज्ञान होना चाहिए।
एक उदाहरण देखते हैं:
अगर मुझे हिंदी में लिखना है , ” अच्छीखबर मेरी पसंदीदा वेबसाइट है। “
तो मैं यहाँ जाऊँगा https://translate.google.com/#hi/en/ और लिखूंगा ” Achhikhabar meri pasandeeda website hai “
क्यों है न बिलकुल आसान ?
पर अभी भी इस बारे में बहुत कम लोग जानते हैं , इसलिए अगर आप यह लेख पढ़ रहे हैं तो कृपया इस बारे में अधिक से अधिक लोगों को बताएं।
इसके आलावा Google mobile पर प्रयोग हेतु सरल Hindi Keyboard पर काम कर रहा है , जिसके आने से निश्चित ही Hindi Typing को बहुत बढ़ावा मिल सकेगा।
खैर , अभी तो कुल मिला जुलाकर हिंदी टाइपिंग या तो लोगों के लिए मुश्किल है या जो आसान तरीका है वे उसे जानते नहीं , इसलिए कितने ही लोग जो एक से बढ़कर एक हिंदी में कंटेंट डेवलप कर सकते थे वे ऐसा नहीं कर पाये, और अभी भी नहीं कर पा रहे हैं।
Note (07-08-14): इस समबन्ध में मुझे एक अन्य हिंदी ब्लॉगर से जानकारी मिली जो इस प्रकार है : “हिंदी में इनस्क्रिप्ट की बोर्ड 1993 से ही मौजूद है। ये बहुत ही शानदार और आसान कीबोर्ड है। इसे कोई भी नया आदमी 30 मिनट में सीख सकता है। इस कीबोर्ड को किसी भी विंडो एक्सपी, विंडो 7 विंडो 8 पीसी में दो मिनट में सक्रिय किया जा सकता है। इसे भारत सरकार ने पांच साल के अथक प्रयास से बनाया है।”
दूसरी वजह, Hindi Websites को Monetize करना या उनसे पैसा कमाना बेहद कठिन है। दोस्तों, internet पर अपने blog या website से पैसा कमाने का सम्भ्वत: सबसे आसान और अच्छा तरीका है Google Adsense , पर दुर्भाग्यवश ये भी Hindi Language को support नहीं करता, इसलिए पैसा ना आते देख बहुत से हिंदी ब्लॉगर्स अपना उत्साह खो देते हैं और जो बच जाते हैं वे भी बस शौकिया तौर पर काम करते रहते हैं।
अगर आप सोच रहे हैं की अच्छीखबर पर Google Adsense के एड्स कैसे आते हैं तो बता दूँ की ये एड्स मुझे direct Google से नहीं मिलते बल्कि मैंने कुछ और Ad Networks से tie-up कर रखा है और उनका गूगल से tie-up है , यानि मैं Adsesne के एड्स दिखा तो पाता हूँ, पर directly नही indirectly । और इसी वजह से जहां मैं इन एड्स से शायद X रूपये कम पाता वहीँ बस X/4 या X/5 रुपये ही कमा पा रहा हूँ।
मुझे लगता है ये एक बड़ा कारण है जिसकी वजह से गूगल को हिंदी में एडसेंस उपलब्ध कराने में तेजी दिखानी चाहिए, क्योंकि ultimately हिंदी साइट्स पे भी उनके एड्स तो दिखाए ही जा रहे हैं बस फायदा पब्लिशर को मिलने की बजाय और लोगों में बट जा रहा है।
गूगल के अलावा भी पैसा कमाने के कई अच्छे प्रोग्राम्स हैं पर उनमे से भी कई हिंदी को सपोर्ट नहीं करते। और भी कई तरीके हैं पैसा कमाने के पर उनके लिए आपके ब्लॉग का ट्रैफिक हाई , say 5 lacs+ monthly pageviews) होना चाहिए, पर यहाँ भी वही समस्या , अधिक ट्राफिक वाले हिंदी ब्लॉग भी बस गिने चुने हैं, fortunately AchhiKhabar.Com (AKC) एक High Traffic Site है , जिसपे हर रोज़ सत्तर हज़ार से अधिक पेज व्यूज होते हैं 🙂
और हाई ट्रैफिक हिंदी साइट्स की कमी होने का कारण तीसरी वजह में है , आइये देखते हैं इसे।
सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की तरफ हिंदी ब्लॉगर्स का ध्यान ना देना :
अमूमन किसी भी साइट या ब्लॉग के ट्रैफिक का सबसे बड़ा सोर्स search engine होते हैं , और चूँकि Search engines में गूगल की monopoly है ,इसलिए कह सकते हैं कि गूगल ही ट्रैफिक का सबसे बड़ा सोर्स है।
आज बड़ी-बड़ी वेबसाइट्स किसी कीवर्ड के सर्च करने पर गूगल के पहले पेज पर आने के लिए करोड़ो रूपये खर्च कर रही हैं , in fact , इस काम को करने के लिए हज़ारों करोड़ की इंडस्ट्री डेवेलप हो चुकी है जिसको SEO या सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के नाम से जाना जाता है।
पर हिंदी के ज्यादातर ब्लॉगर्स इस और ध्यान नहीं देते ,उन्हें ये समझना होगा कि सिर्फ अच्छा कंटेंट बनाना ज़रूरी नहीं है , ज़रूरी ये भी है की हमारा कंटेंट कुछ ऐसा हो कि जिसे लोग आसानी से गूगल पर खोज सकें।
अगर आप सोच रहे हैं कि ये SEO क्या बला है तो बता दूँ कि simply ये अपने कंटेंट को सर्च इंजन फ्रेंडली बनाने का विज्ञान है।
इसका सबसे बेसिक फंडा है; ये समझना होगा कि लोग सर्च कैसे करते हैं और सर्च में use होने वाले keywords को अपने पोस्ट में include करना ।
Already मैं इस बारे में अपनी पोस्ट ” How To Make High Traffic Hindi Website or Blog ” के point no. .14 में बता चुका हूँ ,इसलिए यदि आप details जानना चाहें तो इसे पढ़ सकते हैं।
तो इसका हिंदी कंटेंट कम होने से क्या लेना-देना है ?
दरअसल, ब्लॉगिंग या कोई भी एक्टिविटी बिना जोश , बिना enthusiasm के ज्यादा दिन नहीं चल सकती। जिस तरह एक कलाकार का जोश उसके दर्शकों की तालियां होती हैं उसी तरह एक ब्लॉगर का जोश उसके ब्लॉग पर आने वाला ट्रैफिक और उनसे मिलने वाले कम्मनेट्स होते हैं । अब हिंदी ब्लॉगिंग में पैसा तो पहले से ही कम है और ऊपर से पढ़ने वाले बस मुट्ठी भर लोग ही आएं तो जोश ठंडा पढ़ना और धीरे-धीरे इस काम से किनारा कर लेना स्वाभाविक ही है ।
अगर आप blogosphere को घुमा कर देखें तो ऐसे कई अच्छे boggers मिल जायेंगे जिन्होंने ने बड़ी अच्छी शुरुआत की पर ट्राफिक ना आने के कारण उनका उत्साह ठंडा पड़ गया। शायद , अगर वे SEO का इस्तेमाल करते तो ऐसा ना होता !
तो आखिर world wide web (www) पे हिंदी का भविष्य क्या है ?
देखिये , WWW पे हिंदी कंटेंट कम होने कि जो पहली (हिंदी टाइपिंग) और तीसरी (SEO की कमी ) वजह है, उसे तो हम अपने efforts से दूर कर सकते हैं। बची दूसरी और शायद , सबसे बड़ी वजह : हिंदी कंटेंट से पैसा कमाने के बहुत कम जरिये होना।
तो इसके लिए मेरे पास एक अच्छी खबर है , गूगल में हाल ही में कुछ चुने हुए Hindi Bloggers का ग्रुप बनाया है , luckily , I am a part of that group.
इस ग्रुप का मकसद WWW पे हिंदी कंटेंट को बढ़ावा देना और उसमे जो भी बाधायें आ रही हैं उन्हें दूर करना है, including Hindi blogs को monetize करने की problem ;इसका मतलब जो हमारी दूसरी बड़ी प्रॉब्लम है वो आज नहीं तो कल, Google Adsense के Hindi Language को Support करने से दूर होने वाली है।
यानि अब हिंदी ब्लॉगिंग के भी अच्छे दिन आने वाले हैं! 🙂
जब तक Google Adsnese नहीं आता तब तक क्या करें ?
तब तक करने के लिए बहुत बड़ा काम है। देखिये, ब्लॉगिंग से पैसा कमाना बहुत हद्द तक ट्रैफिक पर depend करता है , अगर adsense आ भी जाता है और आपके रोजाना के पेज व्यूज 1000 भी नहीं हैं तो आप पैसे कमाने की ज्यादा उम्मीद नहीं कर सकते हैं। इसलिए अभी जो समय है उसे अपना ट्राफिक बढ़ाने में लगाइये, again ये कैसे करें इसके लिए आप ये पोस्ट पढ़ सकते हैं। और इस दिशा में मैं यहाँ पर भी एक बेहद ज़रूरी बात आपसे शेयर करना चाहूंगा :
Value Create करें : जब आप लिखें तो खुद से प्रश्न करें क्या ये पोस्ट मेरे रीडर्स के लिए उपयोगी है ? , क्या इसे पढ़ने से उन्हें किसी तरह का लाभ मिलेगा ? लाभ कई तरह से हो सकता है , आपका लेख लोगों को नई दिशा में सोचने पर मजबूर कर उनकी सोच का दायरा बढ़ा सकता है , आपका लेख लोगों का मनोरंजन कर उनकी टेंशन दूर कर सकता है , आपका लेख लोगों में सकारात्मकता ला सकता है, या आपका लेख किसी विषय विशेष पर लोगों की समझ बढ़ा सकता है, इत्यादि। इसलिए कुछ लिखते वक़्त at the back of your mind ये बात रहनी चाहिए की मैं अपने readers के लिए वैल्यू क्रिएट कर रहा हूँ या नहीं ? और अगर जवाब हाँ हो तभी अपने आर्टिकल्स पोस्ट करें।
फ्रेंड्स, आने वाला समय पूरी तरह से इंटेरेंट द्वारा डोमिनेट होने वाला है। भारत के गाँव-गाँव तक अब internet enabled smart phones पहुँच चुके हैं और इसकी reach बढ़ती ही चली जानी है, ये भी clear है कि ज्यादातर नए जुड़ने वाले कस्टमर्स छोटे शहरों और गाँवों से होंगे , और ये इंग्लिश की बजाये हिंदी में चीजें पढ़ना ज्यादा पसंद करेंगे।
ऐसे में आज का समय हमारे लिए एक अच्छा अवसर लेकर आया है, जब हम अपने बलबूते पे हिंदी में क्वालिटी कंटेंट, (text, audio या video के form में ) avail करा के करोड़ो की web property create कर सकते हैं।
तो आइये हम सब मिलकर अपनी मात्र भाषा की सेवा करें अपनी मेहनत से हम इसे इंटरनेट पर इतना समृद्ध बना दें कि आगे आने वाली पीढ़ी हम पर गर्व कर सके ।
All the best 🙂
निवेदन : कृपया इस लेख पर अपने विचार comment के माध्यम से शेयर करें। क्या आप कुछ तरीके सुझा सकते हैं जिससे हिंदी की इंटरनेट पे मौजूदगी बढ़ पाये ?
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sir ek bat samajh mein nhi aayi fir apne apni sites me hindi font hi kyu choose kiye eng. kyu nhi? jab google ads. nhi tha.
sir kya maine kahi padha tha ki hindi m b google adsence aa gya h.?
Plz read: https://www.achhikhabar.com/2014/12/14/google-adsense-now-supports-hindi-language/
बहुत बेहतरीन जानकारी दी है आपने. धन्यवाद.
apka blog muze acha laga bahut dinose me padhte ayahu aur motivet hota hun jab bhi muze iski jarurat padti he tto mae ise padhatahun
You are right sir….