मित्रों कल हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में पूछी गयी पहेली में भाग लेने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।
मुझे बहुत से लोगों के मेल्स और कमेंट्स आये। कई लोग सही उत्तर के काफी करीब थे , पर सही उत्तर सिर्फ एक ही मिल पाया।
और सही उत्तर देने वाली प्रतिभागी का नाम है :
कंचन सिंह
कंचन जी होममेकर मैगज़ीन में चीफ सब एडिटर के पद पर काम कर रही हैं। आपको बहुत बहुत बधाई। 🙂
तो आइये देखते हैं कि कल पूछी गयी पहेली में कौन-कौन से शब्दों की वर्तनी गलत थी ; सही वर्तनी कोष्ठक में दी हुई है :
—
स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों का एक समुह (समूह) पिकनिक मनाने एक पार्क पहुंचा। पार्क था तो साधारन (साधारण) सा लेकिन वहां मौजूद हिरण और खरगोस (खरगोश) उसे कुछ आकर्षक बना रहे थे। दिवारों (दीवारों) पर बने चित्र भी बच्चों को अपनी तरफ खींच रहे थे।
बच्चे खेलने में मस्त थे कि तभी उनकी अध्यापिका श्रीमति (श्रीमती) शुशमा (सुषमा) गुप्ता ने सभी को एकत्रित होने को कहा और बोलीं ,
“बच्चों हम जिस जगह खड़े हैं उसे “सहीद (शहीद) भगत सिंह पार्क ” कहते हैं। स्वरगीय (स्वर्गीय) भगत सिंह हमारे आर्दश (आदर्श) हैं जिनकी वीरता के उदाहरन (उदाहरण) आज भी दिए जाते हैं। ऐसे महान क्रांतिकारी की जितनी भी प्रसंशा (प्रशंसा) की जाये वो कम है। प्रभू (प्रभु) करे की हमारे अंदर भी देश के प्रति अपना सर्वस्व न्योछावर करने की शक्ति आये। हर महिने (महीने) ऐसे वीर सपूतों के सम्मान में आयोजित किसी भी कार्यकर्म (कार्यक्रम) में हिस्सा अवश्य लें और स्वयं भी उनके दिखाए माग्र (मार्ग) पर चलने का प्रयास करें। “
बच्चों ने अध्यापिका की बात गौर से सुनी और पुनः खेलने में व्यस्त हो गए। आज का दिन उनके लिए बहुत अच्छा रहा, जहाँ एक तरफ उन्हें खुब (खूब) खेलने-कूदने को मिला वहीं दूसरी तरफ कई ज्ञान की बातें जानने को भी मिलीं। अंत में बच्चे ख़ुशी-ख़ुशी अपने घरों को लौट गए।
—-
बहुत से लोगों के उत्तर करीब-करीब सही थे पर कुछ ने ‘दिवार’ को सही तो ‘न्योछावर’ को गलत बता दिया ; इसलिए उनका उत्तर गलत हो गया। और कुछ लोग ‘श्रीमति’ को भी सही समझ बैठे जबकि सही शब्द ‘श्रीमती’ है। खैर ! पूरी प्रक्रिया में मुझे बड़ा मजा आया, और उम्मीद करता हूं कि आपको भी आया होगा ! 🙂
एक बार फिर से आप सभी का इस पहेली में हिस्सा लेने के लिए बहुत-बहुत आभार।
Khushtar says
acchikhbr.com ke jo blogger h unhone mere ans shi hone k bawjud bhi mera nam nhi diya i am very sad
प्रवीण कुमार चोपड़ा says
प्रभू करे की सही नहीं है प्रभू करे कि सही होना चाहिये।
मैं सही हूँ?मैनें पहेली लेट देखी नहीं तो शायद मेरा नाम भी सही हल बताने में होता।
Rishi says
Good
Virat says
कंचन सिंह को हार्दिक शुभ कामना , हमनें भी कोशिस की थी और यह परिणाम देख के लगा की बहुत करीब थे | अफ़सोस की पुरे सहीं उत्तर नहीं दे पाये | लेकिन बहुत मजा आया इस प्रतियोगिता में भाग लेने में, मै तहेदिल से शुक्रियादा करता हु गोपाल मिश्रा जी का की वो हिंदी भाषा को सन्मान दिलाने के लिए अपनी पूरी शक्ति से लगे है और बहुत सफल भी हुवे है मै आशा करता हु की हम भी अपनी इस राजभाषा पर गर्व करे और उसका सन्मान करे धन्यवाद 🙂
Kuldeep says
साधारन => साधारण ,
खरगोस => खरगोश,
शुशमा => सुशमा (शायद) ,
सहीद => शहीद ,
स्वरगीय => स्वर्गीय ,
आर्दश => आदर्श,
उदाहरन => उदाहरण ,
प्रसंशा => प्रशंसा ,
जाये => जाए ,
प्रभू करे की => प्रभू करे कि ,
न्योछावर => न्यौछावर,
शक्ति आये => शक्ति आए ,
महिने => महीने,
कार्यकर्म => कार्यक्रम ,
माग्र => मार्ग ,
खुब => खूब ,
कुंभ राशि (शुशमा, श्रीमति) ने धोखा दे दिया, नहीं तो अपना नम्बर भी लग ही जाता कहीं न कहीं।
16 में से 14 सही थे।
मतलब 87.5% से उत्तीर्ण वो भी हिन्दी में।