हम सब जानते हैं कि पेड़ हमारे जीवन में कितना महत्त्व रखते हैं! कई कवियों ने प्रकृति और पेड़ों की महत्ता अपनी रचनओं में प्रस्तुत की है. और ऐसे ही एक बेहद प्रसिद्द पोएट हुए हैं – हेनरी ऐबे (Henry Abbey) जिन्हें पेड़ों पर लिखी उनकी कविता – “What do we plant when we plant a tree?” के लिए याद किया जाता है.
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हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं?
हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं?
हम पानी का जहाज उगाते हैं, जो समुन्दर पार करेगा।
हम मस्तूल उगाते हैं, जिस पर बँधेगी पाल।
हम वे फट्टे उगाते हैं,
जो करेंगे हवाओं के थपेड़ों का सामना।
जहाज का तला, शहतीर और कोहनी उगाते हैं।
जब हम पेड़ लगाते हैं, तो पानी का पूरा जहाज उगाते हैं।
हम अपने और तुम्हारे लिए एक घर उगाते हैं।
हम बल्लियाँ, पटिए और फर्श उगाते हैं।
हम खिड़की, रोशनदान और दरवाज़े उगाते हैं।
हम छत के लट्ठे, शहतीर
और उसके तमाम हिस्से उगाते हैं।
हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं?
ऐसी हज़ारों चीज़ें, जिन्हें हम दिन में देखते हैं।
हम गुंबद से भी ऊपर आनेवाला शिखर उगाते हैं।
हम अपने देश का झंडा फहराने वाला स्तंभ उगाते हैं।
सूरज की गर्मी से छाया मानो मुफ़्त ही उगाते हैं।
हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं?
हम रंग, फल-फूल और खुश्बू उगाते हैं।
दवाएं, स्वाद और सेहत उगाते हैं।
हम कागज़-कलम, कुर्सी और मेज उगाते हैं।
हम पेड़ लगाते हैं, तो क्या उगाते हैं?
हम पलंग, पालना और कपड़े उगाते हैं।
हम ऑक्सीजन और ताजगी एकदम मुफ्त उगाते हैं।
हम बादलों को बुलाने और धरती की मिटटी को थामे रखने वाले हाथ और उँगलियाँ उगाते हैं।
हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं?
हम गिल्लियां, बल्ले, कैरम, गिटीयां और खेल का तमाम सामान उगाते हैं।
हम मवेशियों के लिए भोजन, पौधों के लिए खाद उगाते हैं।
चिड़ियों के घोंसले, जानवरों के कोटर उगाते हैं।
और अपने जीने-मरने और रमने का सब साजो-सामान उगाते हैं।
हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं?
हम ज़िन्दगी और ज़िंदादिली उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं।
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Hindi Poem on Tress / पेड़ों पर हिंदी कविता का YouTube Version देखें
इन कविताओं को भी पढ़ें:
- ‘अश्रु’ | स्वतंत्रता दिवस पर कविता
- मेरी मां जादू जानती है! | मातृ दिवस पर कविता
- गुरु | शिक्षक दिवस पर कविता
- “माँ” – मदर्स डे पर कविता
Note: This Hindi Poem on Trees / पेड़ों पर कविता may be used by students of class 5, 6, 7, 8, 9, 10, etc to recite on World Environment Day.
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Aapki kavita bahut achchhi lagi. Ab koi new topic par likhe.
बोहोत अच्छी कविता थी सर
thanks for sharing
Very nice mishra ji
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बहुत ही ज्ञानवर्धक कविता है धन्यवाद गोपाल जी
बहुत Badhiya भाई जी
सार्थक चयन व सुंदर प्रस्तुति.
धन्यवाद गुप्ता जी
जहां हरियाली,वहां खुशहाली
पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं हम सब को प्रतिवर्ष पेड़ अवश्य लगाने चाहियें । आओ हुम् सब पेड़ लगाएं
nice article gopal ji