धोखा पर शायरी
Dhokha Shayari in Hindi
— 1 —
जो दिल में रहते हैं अक्सर वो ही धोखा देते हैं
किसी मोमबत्ती के धागे को ही देख लो . . !!
— 2 —
दर्द यह नहीं कि तुमने मुझे धोखा दिया
ग़म यह है कि ये दिल भी तेरा गुलाम निकला . . !!
— 3 —
धोखेबाज तो थी वो झूठी भी थी
अक्सर कहती थी मेरा दिल पत्थर का है
मैंने निकालकर फैंका तो टूट कर बिखर गया . . !!
— 4 —
हमें उससे मिलने के हर मौके की तलाश थी
और वो हमसे बिछड़ने का मौके ढूँढ रहे थे . . !!
— 5 —
वो तो एक बार धोखा देकर चले गए
वो आएँगे एक दिन कह कह कर
ना जाने हमने कब से इस दिल को धोखे में रखा है . . !!
— 6 —
ज़िंदगी में धोखा खाना भी जरूरी है
वर्ना अकल काम नहीं करती . . !!
— 7 —
अपनों को धोखा कभी मत देना
वर्ना लोगों का अपनों से विश्वास उठ जाएगा . . !!
— 8 —
जब से धोखा खाया है मेरी आँखें बंद नहीं हुई
सब कहते हैं सोते हुए मेरी आँखें खुली रहती है . . !!
— 9 —
मेरा दिल धोखा खा कर भी नहीं समझा
अनजान पायलों की छम छम सुनते ही
कहता है वो आ गई . . !!
— 10 —
धोखा ठंडे पानी की बौछार की तरह होता है
जैसे भी बंद आँखों पर पड़ता है
आँखें खुली की खुली रह जाती है . . !!
— 11 —
धोखा खा लो पर कुछ भी हो जाए
धोखा मत दो . . !!
— 12 —
जो इंसान अपनी ज़बान और ईमान दोनों बेच देते हैं
अक्सर वही लोग धोखा देते हैं और
इल्ज़ाम मज़बूरी पर लगा देते हैं . . !!
- पढ़ें: विश्वास पर कथन
— 13 —
धोखा ही देना था तो बता कर देते
हमने मुहब्बत तुमसे पूछ कर की थी . . !!
— 14 —
धोखे खाकर ही इंसान को अकल आती है
मुझे अकलमंद बना दिया,
अपनों का इतना तो फ़र्ज़ बनता है . . !!
— 15 —
महफिल में अक्सर तुम ही याद आते हो
जब ज़िक्र धोखेबाजी का चलता है . . !!
— 16 —
बदलता मौसम तकलीफ देता है सुना था
मगर अपनों ने इस बार मौसम को पछाड़ दिया . . !!
— 17 —
आँखें तो देख सकती है फिर भी
अक्सर धोखा खा जाती है
गर दिल ने धोखा खाया तो हैरानी कैसी
दिल की आँखें थोड़ी होती है . . !!
— 18 —
गलती उसकी नहीं जो धोखा देता है
बल्कि उसकी है जो धोखा देने वाले को मौका देता है . . !!
— 19 —
ठोकरें इंसान को चलना सिखाती है
और धोखे इंसान को जीना . . !!
— 20 —
जो इंसान अपने पर नहीं बल्कि अपनों पर
ज्यादा भरोसा करता है अक्सर वही धोखा खाता है . . !!

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ज़िंदगी में धोखा खाना भी जरूरी है
वर्ना अकल काम नहीं करती . . !!Very Good Article thanks sir Ji I wish u
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