पंजाबियों से हम क्या सीख सकते हैं ?
History of Punjab in Hindi
10,000 अफगानी लड़ाकों के सामने 21 भारतीय सैनिकों ने एक किले पर मोर्चा संभाल रखा था…. वहां से दूर किसी सरहद पर 120 भारतीय जवान 3000 पाकिस्तानी सैनिकों और टैंकों के सामने वतन की रक्षा करने के लिए सीना तान कर खड़े थे, और इन दोनों स्थानो से एक दम अलग किसी शहर में दुनिया का सबसे खतरनाक पहलवान King Kong एक भारतीय को धूल चटाने के लिए ललकार रहा था. तीनो ही मुकाबले एक-तरफ़ा लग रहे थे. लेकिन इन तीनो में जीत हिन्दुस्तान की हुई….. क्योंकि इन तीनो ही मोर्चों पर पंजाब के शेर जो बोले सो निहाल की हुंकार भर कर दुश्मनों पर टूट पड़े और उन्हें जमींदोज कर दिया.
सारागढ़ी में हवलदार ईशर सिंह के नेतृत्व में 21 सैनिकों ने लहू के आखिरी कतरे तक जंग लड़ी और 600 अफगानों को मौत के घाट उतार दिया.
लोंगेवाला में Major Kuldip Singh Chandpuri ने अपने योद्धाओं के साथ ऐसा भयंकर युद्ध किया कि पाकिस्तानियों की रूह काँप गई. दुश्मनों के 200 सैनिक, 36 टैंक और 500 गाड़ियाँ तबाह हो गयीं.
और उस 200 किलो वजनी दैत्य किंग-कॉन्ग को दारा सिंह ने उठा कर ऐसा पटका कि फिर उसकी किसी भारतीय को ललकारने की हिम्मत नहीं हुई.
नमस्कार मैं अजय अजमेरा… ( Founder & CEO of Ajmera Fashion)
नमन करता हूँ पांच नदियों वाली शौर्य और पराक्रम की उस भूमि पंजाब को जिसने ऐसे पूत जने हैं जिनकी वीरता और शूरता की गाथाएं पूरी दुनिया गाती है. नमन करता हूँ उस धरती को जो महान सिख धर्म की जननी है. उस धरा को जिसकी उपजाऊ भूमि में सबकुछ हरा-भरा हो जाता है और जिसे Wheat Granary of India के नाम से जाना जाता है… मैं प्रणाम करता हूँ उस सरजमीं को जिसके गानों की धुन पर पूरा जहान झूमता है… जिसके खाने की सुगंध में पूरा हिन्दुस्तान डूबता है.
जी हाँ दोस्तों, आज इस पोस्ट में मैं बात कर रहा हूँ पंजाब की…..पंजाबियों की. यदि कोई पंजाबी भाई-बहन यह पोस्ट देख रहे हैं तो मेरा सत श्री अकाल स्वीकार करें. इस पोस्ट को बनाने के पीछे एक वजह है, या कह सकते हैं थोड़ी सी नाराजगी है.
दरअसल, मेरे ऑफिस में कुछ दिनों पहले एक बुद्धिजीवी से पंजाब को लेकर चर्चा हो गई. उन्होंने Punjab की इतनी कमियां गिनाई- इतनी कमियां गिनाईं की जिसका कोई हद हिसाब नहीं है. ड्रग एडिक्ट से लेकर extremist तक उन्होंने ऐसे ऐसे अल्फाज यूज किये जो मर्यादा की सीमा से बाहर थे.
हाँ, मैं मानता हूँ किसी भी राज्य की अपनी परेशानियाँ हो सकती हैं, पंजाब की भी अपनी परेशानियां हैं लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि आप कुछ भी बोलकर निकल जायेंगे.….
वो मेरे मेहमान थे इसलिए मैंने उन्हें बड़े सभ्य तरीके से चुप करा दिया लेकिन आज इस विडियो के माध्यम से मैं उन्हें और उनकी जैसी सोच रखने वाले लोगों को जवाब देना चाहता हूँ…कि “साड्डा पंजाब नु मिटटी” में कितना दम है, कितनी महान है ये भूमि और क्यों पूरा हिन्दुस्तान पंजाब का ऋणी है.
लेकिन पहले मैं पर्सनली अपनी बात करना चाहूँगा…
बचपन से पिताजी जब भी हमें कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करते थे तो एक बात ज़रूर कहते थे, “पंजाबियों की तरह मेहनती बनो…. वो कुछ भी कर लेंगे…पर कभी किसी के आगे हाथ नहीं फैलायेंगे!”
इसके बाद जब मैं पहली बार 1992 में सूरत आया था तो हम कई दोस्त एक साथ कमरा लेकर किराये पे रहते थे. पास में सरदार जी के ढाबे पर अक्सर हम खाने जाते थे. वो अंकल इतने अच्छे थे कि कई बार हमारे पास पैसे नही भी होते थे तो भी वे हमें खाना खिला देते थे.
इसके अलावा आज की बात करूँ तो पंजाब के सैकड़ों कपड़ा व्यापारी अजमेरा फैशन के साथ जुड़े हुए हैं, उनका व्यवहार, उनकी कड़ी मेहनत उनका समाज के प्रति दृष्टिकोण सब कुछ बेहतरीन है, उनसे मिलकर मैं बहुत पॉजिटिव फील करता हूँ … लेकिन पंजाब की बुराई करने वाले लोग वहां की 95% जनता को भूल कर 5% लोगों की गलतियाँ गिनाने में गर्व महसूस करते हैं.
उम्मीद करता हूँ इस पोस्ट को पढने के बाद उनकी सोच ज़रूर बदलेगी…
पंजाबियों से हम क्या सीख सकते हैं ?
पंजाब का गौरवशाली इतिहास / History of Punjab in Hindi
दोस्तों, पंजाब का महत्व और उसका गौरवशाली इतिहास समझने के लिए आपको हिंदुस्तान के नक़्शे पर नज़र डालनी होगी…
उत्तर में हिमालय, दक्षिण में हिंद महासागर, पश्चिम में अरब सागर, पूरब में बंगाल की खाड़ी, और उत्तर पूर्व में दुर्गम जंगल और पहाड़ियां…. ऐसे में हिन्दुस्तान में घुसने के लिए जो सबसे आसान रास्ता था वो था नॉर्थ वेस्ट इंडिया यानी पंजाब.
यही कारण है कि Central Asia और मिडिल ईस्ट से पहले व्यापारी और फिर कई आक्रमणकारियों ने इस मार्ग से भारत में प्रवेश किया.
सिकंदर महान की विशाल सेना और पंजाब के राजा पोरस के बीच झेलम के तट पर हुए भयंकर युद्ध को आज भी याद किया जाता है. उस युद्ध में सिकन्दर भले ही जीत गया हो लेकिन आज तक उसे किसी जंग को जीतने में इतनी मशक्कत नहीं करनी पड़ी थी. जीत के बाद जब उसने पोरस से पूछा था कि तुम्हारे साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए तो पोरस ने गर्व से कहा था… जैसा एक राजा दुसरे राजा के साथ करता है.
इतिहासकार मानते हैं कि सिकन्दर पोरस के पराक्रम को देखकर इतना भयभीत हो गया था कि उसने भारत में आगे बढ़ने का विचार त्याग दिया और पोरस को राज्य सौंप कर वापस लौट गया.
इसी तरह कभी पर्शियन तो कभी अफगान तो कभी अरब भारत में घुसने की चेष्टा करते रहे लेकिन पंजाब के रणबाकुरों की जांबाजी देख कर उन्हें लौटने पर मजबूर कर दिया.
ये हमले इतने फ्रीक्वेंट थे कि उस समय एक कहावत चल पड़ी….
“खड्डा पित्ता लाहे दा,
बाकी अहमद शाहे दा“
यानी जो खा पी लिया वो हमारा बाकी अहमद शाह का यानी हमला कर लूटने वालों का….
दोस्तों,यहाँ मैं आपको पंजाब से जुड़ा एक बेहद रोचक तथ्य बताना चाहुंगा….
पंजाब राज्य से जुड़ा Interesting Fact
पूरे हिंदुस्तान में पंजाबियों की हाइट सबसे अधिक होती है और साथ ही उनका Lactose Tolerance भी सबसे अधिक होता है… यानी उनकी दूध-दही पचाने की क्षमता सबसे अधिक होती है. यही कारण है कि आपको पंजाबी ढाबों पे दूध-दही के बहुत बड़े-बड़े ग्लास देखने को मिल जायेंगे.
ऊंचा कद … अच्छी डाइट यानी अधिक ताकत …. जो पंजाबियों को दुश्मनों से लड़ने के लिए तैयार रखती थी.
सचमुच, अगर पंजाबियों के रूप में भारत माँ की रक्षा करने वाले पूत ना होते तो जिस सभ्यता और संस्कृति पर हम आज अभिमान करते हैं वो शायद इस धरती पर पनप ही नहीं पाती.
जो लोग आज पंजाब पर ऊँगली उठाते हैं वो ये क्यों भूल जाते हैं कि जब औरंगजेब ने कश्मीरी पंडितों पर अत्यचार करना शुरू किया था तब गुरु तेग बहादुर ने उनकी धार्मिक स्वतंत्रता के लिए खुद को बलिदान कर दिया था.
वो ये कैसे भूल जाते हैं कि जब मुग़ल हजारों-लाखों सिखों और हिन्दुओं को अपना धर्म बदलने पर मजबूर कर रहे थे तब गुरु गोबिंद सिंह ने ही खालसा की स्थापना करते हुए उन्हें ललकारा था और कहा था –
सवा लाख से एक लड़ाऊं,
चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाऊं,
तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं
दोस्तों, वो पंजाब की ही धरती है जिस पर सिखों के पहले गुरु Guru Nanak Dev Ji ने जन्म लिया.
जिसकी कोख से महाराजा रणजीत सिंह जैसे महान सम्राट पैदा हुए.
जो “Simon Go Back” का नारा देने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी शेर-ए-पंजाब लाला लाजपत राय की जन्मभूमि और कर्मभूमि रही है.
आज पंजाब और पंजाबियों को तिरछी निगाहों से देखने वाले intellectuals से मैं पूछना चाहता हूँ कि क्या वे उस मतवाले पंजाबी भगत सिंह को भूल गए जिसने भारत की आज़ादी के लिए सिर्फ 23 साल की उम्र में हँसते-हँसते फांसी के फंदे पर झूल कर अपनी जान दे दी.
Indian Sports और Entertainment में पंजाब का योगदान
भूल गए उस Flying Sikh मिल्खा सिंह को जिसने धावकों की कई पीढ़ियों को इंस्पायर किया….
प्लेयर ऑफ़ the टूर्नामेंट उस युवराज सिंह को जिसने भारत को 2011 Cricket World Cup जिता कर करोड़ों हिन्दुस्तानियों को गौरवान्वित होने का अवसर दिया.
और अगर भारत के राष्ट्रीय खेल की बात करें तो उसकी टीम के बारे में पंजाब के बिना सोच पाना भी मुश्किल है. शायद आपको याद होगा, पिछले साल एशियाड में भारतीय टीम ने हॉकी में गोल्ड मैडल जीता था… लेकिन शायद आप ये नहीं जानते होंगे कि उस टीम के squad में 18 में से 10 खिलाड़ी पंजाब के थे.
दोस्तों, खेल के अलावा अगर आप एंटरटेनमेंट की बात कर लें तो भी पंजाबी किसी से कम नहीं!
बॉलीवुड के पहले सुपर स्टार राजेश खन्ना से लेकर He Man धर्मेन्द्र तक
और कपूर खानदान से लेकर खिलाड़ी कुमार तक….. पंजाब का एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में बहुत बड़ा योगदान है.
मुझे याद है मेरी राजस्थानी बारात में भी बाराती “bolo tara raa ra” की पंजाबी धुन पे डांस कर रहे थे…..
पंजाब के लोकगीत, पंजाब का pop music, Punjab ka sufi music… इनका कोई जवाब नहीं!
वास्तव में वो पंजाबी ही हैं जिन्होंने देश को जमकर खुशियाँ मानना और जताना सिखाया है….वेस्टर्न कल्चर की Live Life King Size philosophy को Live Life Singh Size में चेंज करके दिखाया है.
पंजाब में सफल Industries
दोस्तों, यदि हम Industries की भी बात करें तो अगर गुजरात का सूरत जहाँ मैं बैठा हूँ, टेक्सटाइल मैन्युफैक्चरिंग का सबसे बड़ा हब है तो वहीं पंजाब का लुधियाना भारत का 90% winter wear produce करता है. पंजाब machine, hand tools और bicycle components का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर है.
India की 85 % सिलाई मशीने यहीं बनती हैं, 75% sports goods production यहीं होता है. और सबसे बढ़कर भारत में हरित क्रांति लाने वाला राज्य पंजाब ही है …1960 के दशक में महान पंजाब राज्य ने ही मॉडर्न agricultural practices adopt करके देश को खाद्यान उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया और करोड़ों किसानो को नई दिशा और दशा दी.
इसलिए इस महान राज्य पर ऊँगली उठाने वाले महानुभावों से निवेदन है कि आप ज़रूर पंजाब की कमियाँ उजागर करें, उसे दूर करने के उपाय भी बताएँ लेकिन ये कभी ना भूलें कि पंजाब क्या है …. पंजाब का इतिहास क्या है!
ये ना भूलें कि –
कुश्ती के दारा सिंह से लेकर ग़दर के तारा सिंह तक पंजाब ने देश को क्या-क्या दिया है.
मैं इस महान राज्य को शत-शत नमन करते हुए अपनी बात यहीं समाप्त करता हूँ और आप सभी से निवेदन करता हूँ कि इस विडियो को अधिक से अधिक शेयर करें और पंजाब की महान गाथा हर उस हिन्दुस्तानी तक पहुंचाएं जो इससे अनभिज्ञ है.
जय हिन्द जय पंजाब
अजय अजमेरा
फाउंडर & सीईओ
सूरत
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Kartar Singh says
Gazab paa ji….maja aa gaya
nashriyat urdu says
Thanks for the great insights shared
software solution says
Thanks for enlightening articles.
Yogendra Singh says
Punjabiyo se hum garib logo ki madad karna bhi sikh sakte hai.
Rashmi Kaur says
bahut achhi jaankari aur kinte acche se apane bataaya hai maja aa gaya. I need this for project.
Rashmi
Class- IX
Harnam Singh says
tussi great ho Ajay paji