सकारात्मक सोच पर प्रेरणादायक कहानी
Sakaratmak Soch Ki Kahani
कैसोवैरी चिड़िया को बचपन से ही बाकी चिड़ियों के बच्चे चिढाते थे।
कोई कहता, ” जब तू उड़ नहीं सकती तो चिड़िया किस काम की।”, तो कोई उसे ऊपर पेड़ की डाल पर बैठ कर चिढाता कि,” अरे कभी हमारे पास भी आ जाया करो…जब देखो जानवरों की तरह नीचे चरती रहती हो…”
और ऐसा बोलकर सब के सब खूब हँसते!
कैसोवैरी चिड़िया शुरू-शुरू में इन बातों का बुरा नहीं मानती थी लेकिन किसी भी चीज की एक सीमा होती है।
बार-बार चिढाये जाने से उसका दिल टूट गया! वह उदास बैठ गयी और आसमान की तरफ देखते हुए बोली,
“हे ईश्वर, तुमने मुझे चिड़िया क्यों बनाया…और बनया तो मुझे उड़ने की काबिलियत क्यों नहीं दी… देखो सब मुझे कितना चिढ़ाते हैं… अब मैं यहाँ एक पल भी नहीं रह सकती, मैं इस जंगल को हमेशा-हमेशा के लिए छोड़ कर जा रही हूँ!”
और ऐसा कहते हुए कैसोवैरी चिड़िया आगे बढ़ गयी।
अभी वो कुछ ही दूर गयी थी कि पीछे से एक भारी-भरकम आवाज़ आई-
रुको कैसोवैरी! तुम कहाँ जा रही हो!
कैसोवैरी ने आश्चर्य से पीछे मुड़ कर देखा, वहां खड़ा जामुन का पेड़ उससे कुछ कह रहा था।
“कृपया तुम यहाँ से मत जाओ! हमें तुम्हारी ज़रुरत है। पूरे जंगल में हम सबसे अधिक तुम्हारी वजह से ही फल-फूल पाते हैं…. वो तुम ही हो जो अपनी मजबूत चोंच से फलों को अन्दर तक खाती हो और हमारे बीजों को पूरे जंगल में बिखेरती हो…हो सकता है बाकी चिड़ियों के लिए तुम मायने ना रखती हो लेकिन हम पेड़ों के लिए तुमसे बढ़कर कोई दूसरी चिड़िया नहीं है…मत जाओ…तुम्हारी जगह कोई और नहीं ले सकता!”
पेड़ की बात सुन कर कैसोवैरी चिड़िया को जीवन में पहली बार एहसास हुआ कि वो इस धरती पर बेकार में मौजूद नहीं है, भगवान् ने उसे एक बेहद ज़रूरी काम के लिए भेजा है और सिर्फ बाकी चिड़ियों की तरह न उड़ पाना कहीं से उसे छोटा नहीं बनाता!
आज एक बार फिर कैसोवैरी चिड़िया बहुत खुश थी, वह ख़ुशी-ख़ुशी जंगल में वापस लौट गयी।
Friends, कैसोवैरी चिड़िया की तरह ही कई बार हम इंसान भी औरों को देखकर low feel करने लगते हैं। हम सोचते हैं कि उसके पास ये है…उसके पास वो है….सब कितनी lucky हैं…and all that!
हमें कभी भी बेकार के comparisons में नहीं पड़ना चाहिए! हर एक इंसान अपने आप में unique है…अलग है। हर किसी के अन्दर कोई न कोई बात है जो उसे ख़ास बनाती है..हाँ हो सकता है कि वो पूरी दुनिया के लिए बस एक इंसान हो लेकिन किसी एक के लिए वो पूरी दुनिया हो सकता है!
इसलिए life की importance को समझिये और अपने इस अमूल्य जीवन को positive thoughts का तोहफा दीजिये….यकीन जानिये सकारात्मक सोच का ये एक तोहफा आपकी पूरी लाइफ को शानदार बना देगा!
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This story is inspired from The Lonely Cassowary – A Story About Our Usefulness
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geet lavaniya says
Wow very nice story
Deepak Yadav says
Very nice it’s really true everyone is Unquie. Don’t comparision with others
Sangita dhama says
Very nice bhut shi bat khi h hr kisi m koi na koi gun jrur rhta h tbi god hme dhrti pr bhẹta h
rajan kumar singh says
very nice story
naveen kumar says
Yah kahani mujhe bahoot pasand ai
Vishnu Kant Maurya says
हम सभी में कुछ ना कुछ unique होता है ।
मेरा ये मानना है कि ” जरुरी ये नहीं है कि, जो सब करते है वो आप भी कर सको,लेकिन आप कुछ ऐसा कर सकते हो जो कोई भी नहीं कर सकता।”
ANSHUL GUPTA says
har kisee mai aek quality hoti hai par jab tak ham use nahi jante tab tak ham kasturi mrag ki tarha bhatakte rehte hai par jab ham usko pahichan lete hai to vahi hamari safalta ka karan banti hai
DEEPAK NORIYA says
good sir mujhe yah stori badut pasand he
Rajni Bharara says
Your Article was really helpful in leading towards Positivity.
Anil Gupta says
Yes..this is a nice story…never ever compare yourself to others coz u r unquie…no one like u..even no one can like you..
Asween says
Very inspirational post Gopal Ji,aapki baat sahi he sabme koi n koi uniqueness hoti hi he,duniyaa kaa koi praani bekar nhi hota,hume bs use tlaasne ki jarurt hoti he,humare khojne par vah mil hi jaayegi,vah chahe bhut chhotisi chij hogi mgr hogi jarur,agar hume lgta he ki humare andr kuch special nhi he to hume humare kaamo ki 1 list bnani hogi,tab hume ptaa chlega ki humare andr kyaa he,saayd hum likhne me,singing me,painting me,dancing aisi koi bhi chij me unique ho shakate he,isliye hume kbhibhi apne aap ko unused nhi smjna chahiye.