How to plan Leh Ladakh Trip in Hindi
लेह-लद्दाख यात्रा की योजना कैसे बनाएं?
29 जून से 7 जुलाई तक मैं अपनी family के साथ मनाली-लेह-लद्दाख ट्रिप पर था.अगर आप मझसे पूछें कि – How was the trip in one word? तो मैं कहूँगा –
WOW
Really, रास्ते भर अगर कोई एक शब्द हम सबने सबसे अधिक बोला तो वो था – WOW.
आज इस पोस्ट में मैं आपसे इस ट्रिप के बारे में विस्तार से बताऊंगा, ताकि अगर आप भी लेह-लद्दाख़ जाने का plan कर रहे हैं तो आपको यहाँ से कुछ practical tips मिल सकें.
लेह और लद्दाख में अंतर क्या है? या दोनों एक ही हैं? / Leh Ladakh Kaha Hai
इसको ऐसे समझें. जम्मू और कश्मीर राज्य के तीन डिविजन हैं –
- जम्मू डिविजन
- कश्मीर वैली डिविजन
- लद्दाख डिविजन
और लद्दाख डिविजन में दो districts हैं –
- लेह, और
- कारगिल
तो अगर हम सिर्फ लद्दाख बोलते हैं तो इसका मतलब होता है लेह और कारगिल दोनों, जबकि लेह अलग से एक डिस्ट्रिक्ट है. आमतौर पर लोग लेह घूमने ही जाते हैं और उसे लेह-लद्दाख ट्रिप का नाम दिया जाता है. और हम लेह से जो different spots की distances देखते हैं वो दरअसल Main Leh Town से मापी गयी दूरी होती है.
For example: Nubra Valley लेह डिस्ट्रिक्ट में ही है लेकिन लेह (टाउन) से उसकी दूरी 150 km है.
Information About Leh in Hindi / Ladakh Information in Hindi
लेह-लद्दाख कब जाएँ ?
मई से सितम्बर के बीच. हम लोग जून लास्ट में गए थे.
💡 ये ध्यान रखें कि आप जब चाहे तब लेह नहीं जा सकते क्योंकि heavy snowfall की वजह से जाड़े भर highway बंद रहते हैं. आम तौर पर मई-जून में Manali-Leh Highway और Srinagar-Leh Highway खुल जाते हैं.
लेह-लद्दाख by road जाया जाए या flight से?
Leh में एक airport है और आप फ्लाइट से वहां पहुँच सकते हैं. लेकिन अगर Leh-Ladakh की खूबसूरती को महसूस करना है और उसे सचमुच enjoy करना है तो आपको by road ही जाना चाहिए, else you will only see the tip of the iceberg.
हम बच्चे-बड़े मिलाकर 13 लोग थे और हमने Delhi से Tempo Traveller book कर लिया था और उसी से Manali-Leh-Laddakh-Chandigarh होते हुए दिल्ली वापस लौटे थे.
Tempo Traveller आपको 7000 रु per day (as of July 2018) के रेट से मिल सकता है.
एक और फैक्टर जो सड़क से जाने के option को मजबूत बनाता है वो है acclimatization यानी परिस्थिति-अनुकूलन.
जब आप मैदानी इलाकों से पहाड़ पर जाते हैं तो बॉडी को इस नए माहौल में एडजस्ट होने में समय लगता है, by road जाने में अपने आप ही वो समय आपको मिल जाता है, जबकि फ्लाइट से जाने पर संभव है कि आपको 1-2 दिन acclimatize होने में लगे.
अपनी गाड़ी से जाएं या hire कर के?
किसी experienced driver वाली गाड़ी hire करना ज्यादा सही रहेगा. लेह-लद्दाख में वैसे तो 85% तक रोड सही है पर कुछ एक patches बहुत खराब हैं जहाँ गाड़ी फंसने का डर होता है. दूसरा, अगर बीच में कहीं गाड़ी खराब हो गयी और आप बनाना नहीं जानते तो फंसने का खतरा रहेगा. और तीसरा ये कि अगर आपको पहाड़ों पर गाड़ी चलाने का अनुभव नहीं है या आपकी कई-कई घंटे लगातार गाड़ी चलाने की आदत नहीं है तो अपनी family या दोस्तों के साथ रिस्क लेना ठीक नहीं रहेगा.
Bike से जाना कैसा रहेगा?
बहुत ही adventurous. हर साल हजारों bikers लेह-लद्दाख बीके से घूमने आते हैं. कुछ तो Chennai से भी bike चला कर यहाँ तक आते हैं. Bike से जाना हो तो इसके लिए क्या-क्या करना होगा net पर डिटेल में सर्च कर लें.
गाड़ी (4 wheeler) से जाते हैं तो कितने दिन लगेंगे ?
अगर दिल्ली से शुरू करते हैं तो कुल 10-12 दिन लगेंगे.
क्या घूमने में पैदल बहुत चलना पड़ेगा?
नहीं, ज्यादातर जगहों पर आपकी गाड़ी tourist spot के एकदम करीब पहुंचा देगी और आपको on-foot बहुत कम चलना पड़ेगा. हाँ, एक-आध monasteries विजिट करने के लिए आपको 50-100 सीढियां चढ़नी पड़ेंगी.
इस ट्रिप के लिए कितना पैसा चाहिए होगा?
ये बताना मुश्किल है क्योंकि अगर आप खर्च करना चाहें तो उसकी कोई सीमा नहीं है. जहाँ तक हम लोग जैसे एक मिडल क्लास फॅमिली की बात है तो हम 5 बच्चे और 8 बड़े लोग थे और सबकुछ अच्छे से एन्जॉय करने (11 days trip) पर खर्च ढाई लाख के अन्दर आया.
इस ट्रिप पर जाने से पहले क्या तैयारियां करें?
कैश लेकर चलें
अपने ग्रुप में दो-तीन लोगों में पैसे बाँट कर रख लें. मनाली के बाद आपको ATM बहुत कम ही मिलेंगे और रास्ते में आपका कार्ड या PAYTM भी नहीं चलेगा. इसलिए पर्याप्त पैसे पास में रख लें.
12 साल के ऊपर के लोग अपनी ID ज़रूर रख लें
लेह-लद्दाख में घूमने के लिए परमिट बनवाना पड़ता है, जिसके लिए आपके पास आधार कार्ड या कोई और ID proof होना ज़रूरी है.
गर्म कपड़े रख लें
आप जिस महीने में जा रहे हैं उस हिसाब से गरम कपड़े साथ रख लें. खासतौर पर बच्चों के कपड़े अच्छे से रख लें. हम लोग जून लास्ट में गए थे; जून – अगस्त तक तापमान 7 से 25 degree Celsius रहता है. एक-दो बार छोड़ कर हमें कहीं बहुत अधिक ठण्ड महसूस नहीं हुई. आप body-warmers और एक-आध स्वेटर या जैकेट से काम चला सकते हैं.
छाता या रेनकोट रख लें
पहाड़ों में बारिश कभी भी हो सकती है. इसलिए अपने ग्रुप में एक-आध छाता या रेनकोट ज़रूर रखें. Specially, छोटे बच्चों के प्रोटेक्शन का ध्यान रखें.
Power Bank लेकर जाएं
High altitudes पे आपका मोबाइल तेजी से डिस्चार्ज होता है, इसलिए एक पॉवरबैंक साथ लेकर चलें.
प्रिंटआउट साथ लेकर चलें:
यहाँ पर आप अपने स्मार्ट फ़ोन या लैपटॉप पर अधिक भरोसा ना करें और जो भी ज़रूरी चीजें हैं उनका printout लेकर चलें. For example:
- Travel Plan
- होटल बुकिंग पेपर्स
- टिकट्स
- ज़रूरी मोबाइल नंबर्स
- और आप इस पोस्ट का भी प्रिंटआउट ले सकते हैं. 🙂
खाने-पीने की कुछ चीजें साथ रखें
लेह-लद्दाख में घूमते समय पीने का पानी और कुछ खाने की चीजें गाड़ी में लेकर चलें क्योंकि कई बार बहुत दूर-दूर तक सफ़र करने पर भी आपको कोई दुकान नज़र नहीं आएगी. हम लोगों ने तो दिल्ली से ही एक 20 लीटर का जार अपने साथ ले लिया था और hotels में उसे रिफिल कर लेते थे.
Airtel या BSNL का SIM लेकर जाएं
As of July 2018 लेह-लद्दाख में सिर्फ Airtel और BSNL की सर्विस मौजूद है. इसलिए आप इनमें से किसी एक का SIM लेकर जाएं, वो भी पोस्टपेड, क्योंकि कुछ लोग बता रहे थे कि यहाँ पोस्टपेड ही चलता है, but I am not sure. Lucky रहे तो Hotels में wi-fi काम करता हुआ मिल सकता है, नहीं तो internet का usage तो राम भरोसे ही है.
दवाएँ + Portable Oxygen Cylinder खरीद लें
पहाड़ों पर घूमते समय mountain sickness होना आम बात है. इसमें आपको सिर चकराने, उलटी आना, घबराहट होना आम बात है. इनसे बचने के लिए एक दावा आती है Diamox, जिसे आप सुबह नाश्ते के बाद खा सकते हैं. इसके अलावा भी बच्चों और बड़ों के हिसाब से पर्याप्त दवाएं साथ रख लें.
High Altitude पर ऑक्सीजन की कमी होती है ऐसे में कुछ लोगों को सांस लेने दिक्कत हो सकती है. इसलिए अपने साथ एक portable oxygen cylinder रख लेना ठीक रहेगा. इसे आप मनाली या लेह पहुँच कर भी खरीद सकते हैं. कीमत करीब 600 रु आएगी.
चाहें तो अपना गैस-चूल्हा लेकर जाएं
जी हाँ, कई लोग ऐसा करते हैं. छोटे मोटे लॉज या होटल में वे आपको अपना किचन यूज करने देते हैं जहाँ आप खाना बना सकते हैं.
Hotel बुकिंग पहले से कराएं या on the go?
हम लोगों ने तो on the go ही किया क्योंकि हमारे ग्रुप में में कुछ super active लोग ( Pankaj bhaiya and and my brother-in-law, Mr. Arvind Pandey ) थे जिन्होंने ने बड़े अच्छे ढंग से ट्रिप प्लान की थी और सब कुछ आसानी से मैनेज कर ले रहे थे. Tons of thanks to them! 🙂
अगर आपके साथ भी ऐसे लोग हैं तो आप भी ऐसा कर सकते हैं. बस ध्यान रहे कि हर जगह की तरह यहाँ भी bargaining चलती है. इसलिए बेहतर होगा कि आप 2-4 होटल्स या camps देखने के बाद ही decide करें कि कहाँ रुकना है. अमूमन, होटल्स के रूम्स में एक डबल बेड होता है लेकिन मांगने पर ( without extra charges) एक एक्स्ट्रा गद्दा और कम्बल दे देते हैं.
पहले से भी बुकिंग कराई जा सकती है, लेकिंग कोशिश करियेगा कि बुकिंग कैंसिल करने पर आपको कुछ पैसे वापस मिल जाएं.
क्योंकि इन जगहों पर कई बार लैंड स्लाइड होने या बर्फ जम जाने से रास्ता केई घंटों या 1-2 दिन के लिए ब्लाक हो जाता है. ऐसे में आपको पूरा टूर रिप्लान करना पड़ सकता है और पहले से की गयी सारी बुकिंग्स बेकार हो जाती हैं.
हमारे केस में भी लैंड स्लाइड होने के कारण मनाली के आगे ट्रैफिक रोक दिया गया था, कहा जा रहा था कि रास्ता खुलने में 2-3 दिन लगेगा, और इसी वजह से कई लोग वहां से मनाली वापस लौट गए पर हम लोग रुके रहे और luckily रास्ता 6-7 घंटे बाद खोल दिया गया. और मजे की बात ये है कि इतनी देर में हम लोगों ने पहाड़ियों पर चढ़ना , नाव तैराना, aeroplane उड़ाने जैसी खूब मस्तियाँ कीं.
Leh Ladakh Yatra in Hindi
तो आइये अब हम इस सफ़र पर आगे बढ़ते हैं…
Delhi to Kullu – Manali ( 540 Km – 12h 30 min)
अगर आप direct दिल्ली से मनाली जाना चाहते हैं तो early morning 4-5 बजे journey start कर दें. रास्ते में एक-दो जगह रुक कर आप ब्रेकफास्ट और लंच कर सकते हैं, और आराम से 6-7 बजे तक मनाली पहुँच सकते हैं.
यदि आप डायरेक्ट ना जाकर बीच में ब्रेक लेना चाहते हैं तो Sunder Nagar में stay कर सकते हैं. यहाँ तक पहुँचने में भी आपको 9 घंटे लग जायेंगे.
Major Distances (approx):
Manali – Keylong | 145 Kms |
Keylong – Jispa | 23 Kms |
Jispa – Leh | 335 Kms |
Leh – Pangong | 150 Kms |
Leh – Tso Moriri | 200 Kms |
Leh – Khardungla | 35 Kms |
Leh – Nubra | 140 Kms |
Leh – Lamayuru | 125 Kms |
मनाली
कुल्लू मनाली से सटा हुआ एक खूबसूरत पर्यटक स्थल है जबकि मनाली Beas River के किनारे एक बेहद popular hill station है, जहाँ आपको हजारों honeymoon couples दिख जायंगे. मनाली में आप natural beauty enjoy करने के साथ-साथ adventure sports का भी मजा ले सकते हैं. जैसे कि –
- पैराग्लाइडिंग
- राफ्टिंग
- Zorbing
- River Crossing
- Skiing (October to Feb)
- Snow Scooter (October to Feb)
- Rock Climbing
- Trekking
- आदि – Check more here
इनमे से ज्यादातर चीजें आपको सोलांग वैली में करने को मिल जायेंगी बाकी भी आस-पास हो जायेगी.
जब हम लोग मनाली पहुंचे तो बारिश होने के कारण राफ्टिंग बंद थी, इसलिए हम पैराग्लाइडिंग और अन्य चीजों को ही एन्जॉय कर पाए.
अगर आप पैराग्लाइडिंग के नाम से डर रहे हैं तो बता दूँ कि आप अकेले ये काम नहीं करते, एक एक्सपर्ट भी आपके साथ होता है जो ग्लाइडर को कण्ट्रोल करता है और आप बेफिक्र हो कर हवा से बातें कर सकते हैं.
💡 पैराग्लाइडिंग कितने देर की होगी या होगी भी या नहीं; wind conditions पर depend करता है.
हिडिम्बा मंदिर
हिडिम्बा देवी भीम की पत्नी थीं और यह उन्ही का मंदिर है जिसे करीब 500 साल पहले महाराजा बहादुर सिंह ने बनवाया था. महाभारत का प्रसिद्ध चरित्र घटोत्कच भीम और देवी हिडिम्बा का ही पुत्र था.
मंदिर के अलावा यहाँ आपको याक (इतना बढ़िया याक आपको लेह-लद्दाख में भी नहीं मिलेगा ) पर बैठ कर फोटो खिंचवाने और customized wooden key rings और handicrafts, artifacts खरीदने का भी option मिलता है.
Manali Main Market
यहाँ आप खाने-पीने का मजा ले सकते हैं और ढेर सारी शौपिंग कर सकते हैं. यहाँ हर समय रौनक रहती है और खासतौर पर शाम को आप यहाँ काफी वक़्त बिता सकते हैं.
रोहतांग पास
मनाली से करीब २ घंटे की दूरी पर रोहतांग पास स्थित है. Jab We Met की शूटिंग के बाद लोगों में इस जगह को देखने की दिलचस्पी काफी बढ़ गयी. लोग यहाँ बर्फ से खेलने के लिए जाना पसंद करते हैं.
हालांकि जब हम लोग यहाँ पहुंचे (June 2018 last) तो यहाँ बर्फ बिलकुल भी नहीं थी, जबकि last year जब मई में हमारे कुछ जानने वाले गए थे तो उन्हें काफी बर्फ मिली थी.
💡 यदि आप लेह-लद्दाख जाने का प्लान कर रहे हैं तो रोहतांग पास के लिए अलग से समय निकालने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी, ये रास्ते में ही पड़ेगा.
मनाली-रोहतांग रूट पर काफी rush रहता है और अक्सर वहां जाम लग जाता है. इसलिए बेहतर होगा कि सुबह जितनी जल्दी यहाँ के लिए निकल सकें निकल जाएं.
मनाली में इसके अलावा भी कई जगहें हैं जहाँ आप जा सकते हैं, लेकिन चूँकि हमारा main target Leh-Ladakh था इसलिए हम आगे बढ़ गए.
Manali to Leh ( 473 Km – 13h 30 min)
मनाली से लेह की यात्रा हामारे लिए अब तक की सबसे यादगार यात्राओं में से एक है. पूरे रास्ते हमें प्रकृति की ऐसी कलाकारी देखने को मिली कि जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे.
ऐसे पहाड़… ऐसी वादियाँ…ऐसे रास्ते… ऐसे झरने.. ऐसी झीलें… ऐसी बर्फ की चादर ओढ़े हिम खंड और ऐसा नीला आसमान…. WOW…WOW….WOW बस हम यही कहते रह गए.
और मैं साफ़ करना चाहूँगा कि मैं यहाँ कुछ बढ़ा-चढ़ा कर नहीं लिख रहा… it was all mesmerizing.
सचमुच, तारे जमीं पर मूवी का Bum Bum Bhole वाला गाना जिसमे एक लाइन आती है….
…..ऊपर वाला क्या कोई कलाकार है?
यहाँ बिलकुल सटीक बैठती है.
इस रूट पर हर एक कदम अपने आप में स्पेशल है लेकिन कुछ पॉइंट्स हैं जहाँ आपको रुक कर समय बिताना चाहिए और उन लम्हों को अपने कैमरे में कैद करना चाहिए. तो आइये देखते हैं इन्हें:
- रोहतांग पास
- Taglang La pass (17480 ft, claimed to be 3rd highest motorable pass)
- सूरज ताल
- दीपक ताल
- Moore plains (पहाड़ों के बीच में 40km लम्बा प्लेन एरिया कि आपको यकीन नहीं होगा, इसे table top of the earth भी कहते हैं.)
- Gata Loops
💡 पहाड़ों पर आपके गाड़ी की एवरेज स्पीड 30-35 kmph होगी, साथ ही आप कहीं-कहीं खाने-पीने के लिए और फोटोज लेने के लिए रुकेंगे. इसलिए गूगल पे जो travel time दिखाए उससे आपको 2-3 घंटे अधिक ही लगेंगे.
कहाँ रुकें
बिना ब्रेक लिए मनाली से लेह जाने की कोशिश ना करें. ये एक ऐसा सफ़र है जिसमे मंजिल पर पहुँचने से ज्यादा मजेदार रास्तों में खोना है….
इसलिए अच्छे-अच्छे स्पॉट्स पर समय बिताएं, खाने-पीने के लिए ब्रेक लें और आराम से आगे बढें.
लेह पहुँचने से पहले रुकने के लिए बेस्ट प्लेस है जिस्पा या केलॉन्ग. इन जगहों पर आपको affordable hotels, tents या camps मिल जायेंगे.
Camps आपको 1000 to 1500 में मिल जायेंगे. एक कैंप में 3-4 लोग रह सकते हैं. Hotel rooms भी आपको 800 से 3000 per room की रेंज में मिल जायेंगे.
लेह
लेह प्रकृति की गोद में बसा एक बेहद खूबसूरत और साफ़-सुथरा शहर है. अपने शहर के हो-हल्ले और भागमभाग से दूर आप यहाँ शांति महसूस करेंगे.
आर्मी के कई establishments आपको यहाँ देखने को मिल जायेंगे, but be cautious इन जगहों पर फोटो लेना मना है. और ये भी बता दूँ कि Kargil और Siachen जिनका नाम हम अक्सर न्यूज़ में सुनते रहते हैं यहाँ से बस डेढ़-दो सौ किलोमीटर की दूरी पर हैं.
गाड़ी बुक करें और इनर लाइन परमिट (ILP) बनवाएं:
अगर आप किसी commercial vehicle से लेह पहुंचे हैं तो अब आपको अपनी गाड़ी पार्क करनी होगी और लेह में घूमने के लिए एक नयी गाड़ी करनी होगी.
इसके अलावा 12 साल से ऊपर के व्यक्तियों के लिए परमिट भी बनवाना होगा. परमिट बनवाने का काम आप उसी को दे सकते हैं जिससे आपने गाड़ी बुक की है. वह बस आपकी IDs ले लेगा और per person Rs. 600 के हिसाब से चार्ज करेगा. चाहें तो आप खुद भी online permit बनवा सकते हैं.
हम लोगों ने दो दिन के लिए tempo traveller book की थी जिसके हमें Rs. 26000 देने पड़े थे.
लेह-लद्दाख में घूमने की कई जगहें हैं, आप इन जगहों को मिस ना करें-
- पत्थर साहिब गुरुद्वारा – यहाँ का लंगर खाने का मौका मिले तो मिस ना करें.
- Hall of Fame – यहाँ भारतीय सेना की वीरता का अनुभव करें और उन हथियारों को करीब से देखें जिनके बारे में अपने सिर्फ सुना था. यहाँ कैमरा अन्दर ले जाने के लिए कुछ पैसे जमा करने पड़ते हैं. इसलिए ग्रुप में जो सबसे अच्छा मोबाइल हो वो लेकर जाएं और बाकी गाड़ी में छोड़ दें.
- Adventure Park – Hall of Fame के बगल में स्थित एक फ्री-एट्री पार्क जहाँ बच्चों के साथ साथ आपको भी मजा आएगा.
- शांति स्तूप
- Thikse Monastery
- लेह मेन बाज़ार – यहाँ आप कुछ shopping कर सकते हैं.
- Alchi Monastery – 900 साल पुरानी मोनेस्ट्री
- Diskit Monastery
- Lamayuru Monastery – 120 Km from Leh
- Moon Land – यहाँ की जमीन चाँद की जमीन की तरह दिखाई देती है.
- मैग्नेटिक हिल – एक अद्भुत जगह जहाँ पर गाड़ियाँ बंद रहने पर भी चढ़ान पर आगे बढ़ जाती हैं.
- Nubra Valley – एक ऐसी जगह जहाँ रेगिस्तान, पहाड़, नदियाँ, ग्लेसीयर्स सब एक साथ दिख जायेंगे. यहाँ double hump वाले ऊँटों की सवारी करना ना भूलें.
- Pangong Lake – जहाँ पर 3 idiots की शूटिंग हुई थी. शायद, इस टूर की सबसे आकर्षक जगह, रंग बदलती खूबसूरत झील को देखकर आप रोमांचित हो जायेंगे.
- संगम – यहाँ दो नदियाँ (Indus and Zanskar ) मिलती हैं
- Rancho School – 3 Idiot की शूटिंग
- Leh Palace
- Khaardungla Pass – 18380 Ft की ऊँचाई पर स्थित दुनिया की सबसे ऊँची motorable road (claimed to be), जहाँ आप खुद को top of the world feel करेंगे.
- Maitreya Buddha
इस लिस्ट में अभी इतने ही नाम और भी जोड़े जा सकते हैं. लेकिन मैं यहीं रुकुंगा. और हाँ इन नामों में कोई order नहीं है, I mean ऐसा नहीं है कि आप पहले पत्थर साहिब जेएं और अंत में मैत्रीय बुद्धा. मैंने बस एक indicative list दे दी है. Actual planning आपको खुद करनी होगी कि पहले कहाँ जाना है, कहाँ रुकना हैं and all.
हम लोगों ने कुछ ऐसे ट्रेवल किया था –
Day 1: Start from Delhi ( 10.30 am) ————— Sunder Nagar Hotel (9.00pm)
Day 2: Sunder Nagar Hotel ( 7:30am) —————— Manali (2:30 pm) —- Visited Tourist Spots— Hotel (10:00pm)
Day 3: Manali Hotel (5:30 am) ——– Land Slide Wasted 6 hrs at Check Post (1:30pm)— Rohtang — Jispa Hotel (10:00pm)
Day 4: Jispa Hotel (6:00 am)—– Deepak Tal— Suraj Tal—Gata Loops — Tanglangla Pass (Claimed to be 2nd highest motorable road) —- Moore Plains —- Leh 6:00 pm Hotel Stay.
Day 5: Hotel 9am – Moonland — Lomayuru — Alchi — Sangam — Magnetic Hill— Patthar Sahib—Hall of Fame — Adventure Park— Shanti Stoop— Leh Market — Hotel Stay at Leh 9.00 pm
Day 6: Hotel 8:30 —– Khardungla Pass — Milkha Point ATV ( यहाँ हमने All Terrain Vehicle (ATV) चलाई और जहाँ “भाग मिल्खा भाग” की शूटिंग हुई थी वो पॉइंट देखा (Charges Rs 900 for two people) —- Nubra Valley —- Camel Ride —-Diskit Hotel Stay ( 8.00pm)
Day 7: Hotel 8:30 am —- Mattreya Buddh—Diskit Monastery— Pangong Lake —- Changla Pass Leh Hotel 10.00 pm
Day 8: Hotel (9:00 am)— Shey Palace —- Thikse Monastery— Rancho School* —Jispa Hotel Stay (8:00 pm)
*हालांकि रेंचो स्कूल थिकसे मोनेस्ट्री के पहले पड़ेगा, लेकिन अगर आप सुबह जल्दी निकल रहे हैं तो पहले थिकसे मोनेस्ट्री जाएं, उसके बाद रेंचो स्कूल जाएं क्योंकि रेंचो स्कूल में आपको 10:30 am के बाद ही घूमने को मिलेगा. दोनों 5 किलोमीर की दूरी पर हैं.
Day 9: Jispa Hotel (7:00 am)—-Manali Visited Some Tourist Spots—- Hotel Stay at Manali (8:00pm)
Day 10: Manlai Hotel (10:00 am) — Chandigarh Hotel (9:00pm)
Day 11: Chandigarh Hotel ( 8:00 am) —- Rose Garden —- Rock Garden —- Chhatbir Zoo ( must visit for children and wildlife enthusiasts)—Delhi (10:30pm)
💡 लेह-लद्दाख में बहुत सी famous monasteries हैं, लेकिन अगर टाइम कम पड़ रहा हो और आप सिर्फ घूमने के परपज से monastries visit कर रहे हों तो आप कुछ एक को स्किप कर सकते हैं. क्योंकि सभी monasteries काफी हद तक एक जैसी ही होती हैं.
तो दोस्तों, ये था मेरी Leh-Laddakh trip का पूरा लेखा जोखा. Post बहुत लम्बी हो गयी है but I hope अगर आप भी यहाँ घूमने का प्लान बना रहे हैं तो ये आपके काम ज़रूर आएगी.
Thanks for reading till the end. 🙂
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Note: You may use this article to write Essay on Leh Ladakh in Hindi
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Smita says
बहुत अच्छी जानकारी दी आपने शुक्रीया हम फॅमिली के साथ मई मे जाने की तैयारी कर रहे हैं। आपकी यह जानकारी हमारा जाना आसान करेंगा बहुत शुक्रिया
Deepak Ahirwar says
We are planning to visit that places, and your post is very helpful to us, actually it’s not a just post it’s full trip article you shared with us. But I’m really thankful to you because it will make aur journey plan easy. I’m happy to see your journey and i would like to say thanks again to you to sharing your experience with us. Thank you so much
If you are interested in wildlife too, you can explore my place “Panna Tiger Reserve” it’s placed in Panna district of Madhya Pradesh. And please contact without any hesitation I’ll try to help your journey plan as well as possible.
Saurav Chauhan says
Help full information bahut acche se a Di hui jankari Jo Kisi bhi ladakh tirp ke liye bahut hi upyogi thank you