दो-तीन पहले बैठे-बैठे अपनी लाइफ के बारे में सोच रहा था. कुछ चीजों को लेकर satisfaction था तो कुछ चीजों को लेकर frustration… लग रहा था कि इसे और बड़ा और बेहतर होना चाहिए था!
पर ऐसा ना हो पाने के लिए mind तरह-तरह के excuses दे रहा था…बहाने बना रहा था… पर तभी अन्दर से एक आवाज़ आई-
ज़िन्दगी देती नहीं लौटाती है….
हम उसे जितना देते हैं वो हमें उतना लौटाती है…
हम इसमें जितना प्यार डालते हैं वो हमें उतना प्यार लौटाती है…
हम इसमें जितनी नफरत घोलते हैं वो हमें उतनी नफरत लौटाती है…
हम इसमें जितनी मेहनत डालते हैं वो हमें उतना सौभाग्य लौटाती है…
हम इसमें जिनता आलस उड़ेलते हैं वो उतना दुर्भाग्य लौटाती है…
ज़िन्दगी देती नहीं लौटाती है….
और जब मन में या ख़याल आया तो अपने आप ही mind ने excuses देना बंद कर दिया…ये बोलना बंद कर दिया कि circumstances खराब थे… luck खराब था…लोग खराब थे… अब mind ये सोचने लगा कि यार तुमने ज़िन्दगी को दिया क्या?
और फिर जब अपनी लाइफ देखी तो समझ में आया कि ये तो बड़ा सीधा सा हिसाब है….
- जब मैंने insurance sales की नौकरी छोड़ कर IT company में जॉब पाने के लिए पूरा effort झोंक दिया तब ज़िन्दगी ने HCL Technologies में मेरी जॉब लगा दी…
- जब मैंने पूरे दिल से किसी को चाहा तो ज़िन्दगी ने उसे मेरी वाइफ बना दिया…
- जब मैंने अपना पूरा ध्यान इस ब्लॉग, यानी AchhiKhabar.Com को दिया और इस पर दिन-रात काम करता रहा तो ज़िन्दगी ने मुझे दुनिया का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला हिंदी ब्लॉग लौटा दिया…
फिर उन चीजों के बारे में सोचा जो मुझे लगा मेरे पास होनी चाहियें थीं पर नहीं हैं…और फिर एहसास हुआ कि मैंने उन चीजों को पाने के लिए ज़िन्दगी को कुछ ख़ास दिया भी तो नहीं…
- अगर आज मैं अपने best of physical shape में नहीं हूँ तो मैंने रोज सुबह जॉगिंग भी तो नहीं की….
- अगर आज political space में मैं कहीं stand नहीं करता तो मैंने इस direction में कुछ ख़ास effort भी तो नहीं किया…
- अगर आज कई चीजों में मेरी skills अच्छी नहीं हैं तो मैंने उन्हें बेहतर करने के लिए कुछ किया भी तो नहीं…
यानी, मैंने जो किया वो पाया… मैंने ज़िन्दगी को जो दिया ज़िन्दगी ने उसे मुझे लौटाया….इसलिए हैरान-परेशान होने की ज़रुरत नहीं है… बल्कि आज मुझे ज़िन्दगी को वो देने की ज़रुरत है जो कल मैं उससे वापस चाहता हूँ….
और यही आपकी भी ज़रुरत है…
आपके पास आज जो है वो बीते हुए कल में आपने life को दिया था… इसीलिए आने वाले कल में आपको जो चाहिए उसे आज लाइफ को दीजिये….जिस intensity और जिस proportion में आप आज ज़िन्दगी को देंगे कल उसी intensity और उसी proportion में ज़िन्दगी आपको लौटाएगी….
इसलिए चलिए मैं, आप और हम सब आज अपना बेस्ट दें… हम आज अपनी पूरी जान लगा दें… आज अपना पूरा focus अपनी पूरी शक्ति ज़िन्दगी को वो देने में लगा दें जो कल हम उससे वापस चाहते हैं!
Thank You!
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Main aise hi post ka wait kr rha tha.
Thankuu so much ise likhne ke liye
जिन्दगी देती नहीं लौटती है , कितनी ख़ूबसूरती से आपने इस बात को समझा दिया | बहुत प्रेरणादायक सार्थक लेख
its is a good think . i am feel motivate read this article .thanks for achchikhabar.com
Really very nice article……”Give and Take” ka formula pure universe me ek sa work karta hai….isliye yadi kuch pana chhate ho to aapko pehle kuch dena hi hoga…….
bahut achha hai.
Sahi kahu n to Jyadatar mere dimag ki batti yahi jala karti hai.
Bilkkul shi bole bhaiya
sahi baat hai jindagi ke baare me
Too good for our valuable life
Really wonderful post, Gopal sir