Hindi Story on How to be Happy ख़ुशी कब मिलेगी? | प्रेरणादायक कहानी एक औरत अपनी ज़िन्दगी से बहुत मायूस थी. किसी को भी उसके दुःख का कारण नहीं समझ आता था क्योकि न उसके पास पैसों की कमी थी ना उसकी personal life में कोई issue था और ऊपर से वो देखने में भी बहुत खूबसूरत थी. सब सोचते भला अब इसे और क्या चाहिए खुश रहने के लिए? वह कई साइकोलॉजिस्ट्स से मिली पर सारे उपाय बेकार गए...और धीरे-धीरे उसकी मायूसी सुसाइडल थॉट्स में बदलने लगी... उसे लगा इस दिखावटी, दुःख भरी ज़िन्दगी से अच्छा तो मर जाना है … [Read more...]
पर मैं तो जानता हूँ ना कि वो कौन है! | True Love Story in Hindi
डॉक्टर की क्लीनिक पर बहुत भीड़ थी. 75 वर्षीय दादाजी अपना चेकअप कराने के लिए पहुंचे. वह बहुत जल्दबाजी में थे, उन्होंने वहां उपस्थित लोगों व स्टाफ से अनुरोध किया कि कृपया उन्हें जल्दी दिखा लेने दें क्योंकि आधे घंटे बाद उन्हें एक और हॉस्पिटल में पहुंचना है. किसी ने अन्दर जाकर डॉक्टर से परमिशन ली और उन्हें अन्दर भेज दिया. डॉक्टर ने मुस्कुराते हुए कहा, “आइये दादा जी!, बैठ जाइए.” चेकअप करते- करते डॉक्टर ने पूछा, “ क्या बात है आप इतनी जल्दी में क्यों हैं क्या मेरे बाद किसी और डॉक्टर से भी … [Read more...]
सबसे कीमती तोहफा
रमेश एक प्राइवेट कंपनी में काम करता था. खर्चे बहुत थे और वो अक्सर पैसों की तंगी को लेकर परेशान रहता था. एक दिन जब वो काम से लौटा तो उसन देखा कि एक बड़ा सा डिब्बा गिफ्ट व्रैप करके आलमारी पर रखा हुआ है. "अरे सुनती हो, ये गिफ्ट किसके लिए रखा है...क्या ज़रुरत है किसी को इतना बड़ा गिफ्ट देने की?" रमेश ऊँची आवाज में बोला. "पापा, ये गिफ्ट मैंने तैयाल किया है!" रमेश की 4 साल की बेटी गुड़िया ने अपनी तोतली आवाज में कहा. यह सुनकर रमेश और भी क्रोधित हो गया और बोला, "आज के बाद से बिना मुझसे पूछे तुम किसी … [Read more...]
न माया मिली न राम! | लालच पर प्रेरणादायक कहानी
Hindi Story on Greed लालच पर प्रेरणादायक कहानी किसी गाँव में दो दोस्त रहते थे. एक का नाम हीरा था और दूसरे का मोती. दोनों में गहरी दोस्ती थी और वे बचपन से ही खेलना-कूदना, पढना-लिखना हर काम साथ करते आ रहे थे. जब वे बड़े हुए तो उनपर काम-धंधा ढूँढने का दबाव आने लगा. लोग ताने मारने लगे कि दोनों निठल्ले हैं और एक पैसा भी नही कमाते. एक दिन दोनों ने विचार-विमर्श कर के शहर की ओर जाने का फैसला किया. अपने घर से रास्ते का खाना पीना ले कर दोनों भोर होते ही शहर की ओर चल पड़े. शहर का रास्ता एक … [Read more...]
क्या आप अपने बच्चे को सही परवरिश दे रहे हैं? | Hindi Story
बच्चों की सही परवरिश देने पर हिंदी कहानी Hindi Story on How To Raise a Child शहर से कुछ दूरी पर बसे एक मोहल्ले में रुचिका अपने हस्बैंड के साथ रहती थी. उसके ठीक बगल में एक बुजर्ग व्यक्ति अकेले ही रहा करते थे, जिन्हें सभी "दादा जी" कह कर बुलाते थे. एक बार मोहल्ले में एक पौधे वाला आया. उसके पास कई किस्म के खूबसूरत, हरे-भरे पौधे थे. रुचिका और दादाजी ने बिलकुल एक तरह का पौधा खरीदा और अपनी-अपनी क्यारी में लगा दिया. रुचिका पौधे का बहुत ध्यान रखती थी. दिन में तीन बार पानी डालना, समय-समय पर खाद … [Read more...]
मजबूत रिश्ते का रहस्य | Secret of Long Lasting Relationship in Hindi
अमन एक शांत स्वभाव का लड़का था. वह किराये के एक छोटे से घर में अपनी पत्नी आरती के साथ रहता था. पिछले तीन साल से वह एक मल्टीनेशनल कम्पनी में काम कर रहा था और अभी तक एक बार भी उसकी सैलरी नहीं बढ़ी थी. वह बार-बार सोचता कि बॉस से पगार बढाने के बारे में कहूँ पर हर बार संकोच वश वह कुछ कह नहीं पाता था. लेकिन एक दिन उसने निश्चय किया कि आज मैं बॉस से ज़रूर इस बारे में बात करूँगा. आरती ने भी अमन की हिम्मत बढ़ाई और हाथ में लंच थमाते हुए all the best कहा. ऑफिस पहुँच कर अमन ने सही मौका देखते हुए बॉस से अपने … [Read more...]
आस्था का चमत्कार!
मासूम गुड़िया बिस्तर से उठी और अपना गुल्लक ढूँढने लगी… अपनी तोतली आवाज़ में उसने माँ से पूछा, “माँ, मेला गुल्लक कहाँ गया?” माँ ने आलमारी से गुल्लक उतार कर दे दिया और अपने काम में व्यस्त हो गयी. मौका देखकर गुड़िया चुपके से बाहर निकली और पड़ोस के मंदिर जा पहुंची. सुबह-सुबह मंदिर में भीड़ अधिक थी…. हाथ में गुल्लक थामे वह किसी तरह से बाल-गोपाल के सामने पहुंची और पंडित जी से कहा, “बाबा, जला कान्हा को बाहल बुलाना!” “अरे बेटा कान्हा अभी सो रहे हैं… बाद में आना..”,पंडित जी ने मजाक में … [Read more...]
तीसरा समझदार दोस्त
बहुत समय पहले की बात है, दो अरबी दोस्तों को एक बहुत बड़े खजाने का नक्शा मिला. खजाना किसी रेगिस्तान के बीचो-बीच था. दोनों ने योजना बनाना शुरू की. खजाने तक पहुँचने के लिए बहुत लम्बा समय लगता और रास्ते में भूख- प्यास से मर जाने का भी खतरा था. बहुत विचार करने पर दोनों ने तय किया कि इस योजना में एक और समझदार दोस्त को शामिल किया जाए, ताकि वे एक और ऊंट अपने साथ ले जा सकें जिस पर खाने-पीने का ढेर सारा सामान भी आ जाए और खजाना अधिक होने पर वे उसे ऊंट पर ढो भी सकें. पर सवाल ये उठा कि चुनाव किसका किया … [Read more...]
आपको कितने दिन हुए कोई नयी चीज सीखे? | दो तेंदुओं की कहानी
नंदन वन में जग्गा और राका नाम के दो तेंदुए रहते थे. वहां हिरनों की कोई कमी नहीं थी, दोनों अपने-अपने इलाकों में आराम से इनका शिकार करते और महीने के अंत में जंगल के बीचो-बीच स्थित एक टीले पर मिलकर साथ में कुछ समय बिताते. ऐसी ही एक मुलाक़ात में जग्गा बोला, “मैं सोच रहा हूँ कि अब मैं सुअर का शिकार करना भी सीख लूँ.” इस पर राका बोला. “ऐसा करने की क्या ज़रुरत ? इस जंगल में हज़ारों हिरन हैं और हम बड़ी आसानी से उनका शिकार कर लेते हैं…फिर क्यों बेकार में नया शिकार सीखने में अपनी एनर्जी बर्बाद की … [Read more...]
कब तक करते रहेंगे खुद को नेगलेक्ट ?
बहुत समय पहले की बात है रामपुर गाँव में ननकू नाम का एक मोची रहता था. पैसा कम होने के कारण उसके संगी-साथी यह काम छोड़ चुके थे पर ननकू बड़ी तसल्ली से लोगों के जूते-चप्पलों की मरम्मत करता था. Image Courtesy आस-पास के कई गाँव में एक मात्र मोची होने के कारण उसके पास काम की कोई कमी नहीं रहती, दूर-दूर से लोग अपने फटे-चीथड़े जूते-चप्पल बनवाने पहुँचते. ननकू भी बड़ी लगन से अपने ग्राहकों को समय देता और उनका काम पूरा कर देता. पर इन सबके बीच वह अपने ही पुराने हो रहे जूतों की ओर ध्यान नहीं देता. समय … [Read more...]
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