Hindi Story on Overcoming Obstacles
चुनौतियों पर काबू पाने की सीख देती प्रेरणादायक कहानी
एक दिन जब राजा ने बादल को ट्रैक के किनारे उदास खड़े देखा तो बोला, ” क्या हुआ बेटा तुम इस तरह उदास क्यों खड़े हो?”
“कुछ नहीं पिताजी…आज मैंने आपकी तरह उस पहली बाधा को कूदने का प्रयास किया लेकिन मैं मुंह के बल गिर पड़ा…मैं कभी आपकी तरह काबिल नहीं बन पाऊंगा…”
राजा बादल की बात समझ गया। अगले दिन सुबह-सुबह वह बादल को लेकर ट्रैक पर आया और एक लकड़ी के लट्ठ की तरफ इशारा करते हुए बोला- ” चलो बादल, ज़रा उसे लट्ठ के ऊपर से कूद कर तो दिखाओ।”
बादला हंसते हुए बोला, “क्या पिताजी, वो तो ज़मीन पे पड़ा है…उसे कूदने में क्या रखा है…मैं तो उन बाधाओं को कूदना चाहता हूँ जिन्हें आप कूदते हैं।”
“मैं जैसा कहता हूँ करो।”, राजा ने लगभग डपटते हुए कहा।
अगले ही क्षण बादल लकड़ी के लट्ठ की और दौड़ा और उसे कूद कर पार कर गया।
“शाबाश! ऐसे ही बार-बार कूद कर दिखाओ!”, राजा उसका उत्साह बढाता रहा।
अगले दिन बादल उत्साहित था कि शायद आज उसे बड़ी बाधाओं को कूदने का मौका मिले पर राजा ने फिर उसी लट्ठ को कूदने का निर्देश दिया।
करीब 1 हफ्ते ऐसे ही चलता रहा फिर उसके बाद राजा ने बादल से थोड़े और बड़े लट्ठ कूदने की प्रैक्टिस कराई।
इस तरह हर हफ्ते थोड़ा-थोड़ा कर के बादल के कूदने की क्षमता बढती गयी और एक दिन वो भी आ गया जब राजा उसे ट्रैक पर ले गया।
महीनो बाद आज एक बार फिर बादल उसी बाधा के सामने खड़ा था जिस पर पिछली बार वह मुंह के बल गिर पड़ा था… बादल ने दौड़ना शुरू किया… उसके टापों की आवाज़ साफ़ सुनी जा सकती थी… 1…2…3….जम्प….और बादल बाधा के उस पार था।
आज बादल की ख़ुशी का ठिकाना न था…आज उसे अन्दर से विश्वास हो गया कि एक दिन वो भी अपने पिता की तरह चैंपियन घोड़ा बन सकता है और इस विश्वास के बलबूते आगे चल कर बादल भी एक चैंपियन घोड़ा बना।
दोस्तों, बहुत से लोग सिर्फ इसलिए goals achieve नहीं कर पाते क्योंकि वो एक बड़े challenge या obstacle को छोटे-छोटे challenges में divide नहीं कर पाते। इसलिए अगर आप भी अपनी life में एक champion बनना चाहते हैं…एक बड़ा लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं तो systematically उसे पाने के लिए आगे बढिए… पहले छोटी-छोटी बाधाओं को पार करिए और ultimately उस बड़े goal को achieve कर अपना जीवन सफल बनाइये।
Moral of the story is:
जल्दी हार मत मानिए, बल्कि छोटे से शुरू करिए और प्रयास जारी रखिये…इस तरह आप उस लक्ष्य को भी प्राप्त कर पायेंगे जो आज असंभव लगता है।
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Note: This story is inspired from: Snowy the Pony – A Story About Starting Small
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Niraj says
Thankyou Gopal ji aapki sari kahaniya laajwaab hai or inhe padhkar koi bhi insaan motivate ho jata hai
gyanipandit says
एक छोटीसी हार से हमें अपना confidence खोना नहीं चाहियें, क्योंकि इसी हार से हमें आगे और सही और अच्छी तरह से उस चीज को करने की सिख मिलती हैं.
Chirag Gupta says
nice story sir…
shiv Bachan Singh says
गोपाल जी आपने इस कहानी के जरिये बहुत अच्छे तरीके से समझाया कि अगर हम अपने छोटे छोटे क़दमों को लगातार बढ़ाते चले तो वो दिन दूर नही जब सफलता हमारे क़दमों में होगी |
Shiv bachan Singh says
Very inspiring and motivational story
Kabir says
इस कहानी को पढ़ कर यही शिक्षा मिली की “Practice Makes Perfect” … छोटे छोटे कदम बढ़ा कर लम्बी दूरी तय की जाती हैं…. धन्यवाद.. .
Anonymous says
Very Nice !!
BIRSA BARLA says
Kahani bahut achhe lage
bas aise achhe achhe Kahaniya website par post karte rahiye
taki humlog positive life ji sake.thank you.
Babita Singh says
छोटे – छोटे कदम कहने में भले ही छोटे लगते हो लेकिन यही छोटे छोटे कदम हमें अपनी मंजिल तक पहुंचाते है । इसी प्रकार किसी बडे लक्ष्य को पाने के लिए पहले छोटे छोटे लक्ष्य को साधना पडता है । यह बात इस कहानी में बखूबी समझाया गया है । धन्यवाद गोपाल जी इतनी अच्छी कहानी शेयर करने के लिए ।
Gopal Mishra says
Thanks Babita Ji
gyandrashta says
Real nice story. छोटे छोटे काम से बडे लक्ष्य को प्राप्त कर सकते है ।