तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो ???
भारत में रहते हो
भारत का खाते हो
फिर भी मुंह छिपाकर झंडे पाकिस्तान के फहराते हो
जब ये ही करना है तुमको….
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो?
—
आतंकियों से प्यार जताते हो
जनाजों में उनके उमड़े चले जाते हो
भूकंप बाढ़ तूफानों में फिर सेना-सेना क्यों चिल्लाते हो
जब ये ही करना है तुमको….
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो?
—
भारत की जीत पर मातम
पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाते हो
जिस मिट्टी में तुमने जन्म लिया उससे गद्दारी कर जाते हो
जब ये ही करना है तुमको….
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो?
—
धरती की ज़न्नत को जहन्नुम में बदला जिननें
उनके एजेंडो पर नौजवानों को बरगलाते हो
और अपने प्यारे बच्चों को विदेशों में पढ़ाते हो
जब ये ही करना है तुमको….
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो?
—
सह लेती है सेना हुर्रियत को….पत्थरबाजों को
पर उसकी भी है एक सीमा
ये बात जरा सी तुम क्यों नहीं समझ पाते हो
जब ये ही करना है तुमको….
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो?
——–
Er. Sunit Kumar Mishra
Lecturer Mech. Engg. Dept.
IMS Engg. College Ghaziabad
We are grateful to Sunit ji for sharing a another very good Desh Bhakti Kavita in Hindi after his remarkable poem- “सेना की जान ज़रूरी है…”
इन posts को भी ज़रूर पढ़ें:
- सेना की जान ज़रूरी है!
- ये मत सोचो कि…
- न मैं हूं महान… न तुम हो महान!
- स्वतंत्रता सेनानियों के 15 प्रसिद्द नारे
- भगत सिंह के क्रांतिकारी विचार
देशभक्ति पर ये कविता ( Patriotic Poem in Hindi) आपको कैसी लगी? कृपया कमेन्ट के माध्यम से अपने विचार शेयर करें.
Note: This Hindi poem on patriotism may be used by students of class 5, 6, 7, 8, 9, 10, etc to recite on Independence Day or Republic Day.
यदि आपके पास Hindi में कोई article, business idea, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है:[email protected].पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!
vineeta says
top
Liberal Indian says
ये हिन्दु युवा वाहनी गाैरक्षा दल बजरंग दल शिवसैना
ये सब काैन है जाे सिर्फ शक के बिना पर 130 गरीबाें का खुन कर चुके है सिर्फ ईस लिए क्युकि उनका धर्म हिन्दुओ से अलग था अगर तुम्हारे हिसाब से ये सारे संगठन सही है इस बिना पर क्यकि वाे एक जानवर के रक्षक हैं ताे इस हिसाब से ताे हुर्रियत भी सही है क्युकि उनका मनना है कि वाे अपने आजादी के लिए लर रहें हें
Vikash says
Bharat me gaddar bahut hai
par aapki kavita sandaar bahut hai.
Shabdbeej says
ekdm to the point sir.
Sahi kaha, isme kuch bhi galat nahi kaha gya hai.
Nice poem.