चाणक्य की वो 7 बातें जो हर दुकानदार को याद रखनी चाहिए
Chanakya Niti For Business Hindi
दोस्तों, लगभग ढाई हज़ार साल पहले भारत की पवित्र धरती पर चणक के पुत्र चाणक्य ने जन्म लिया था. कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान् आचार्य चाणक्य ने रचना की अर्थशाश्त्र की जिसमे लिखी नीतियां आज भी बड़े-बड़े management schools में अध्यन का विषय हैं.
चाणक्य जिन्हें कौटिल्य और विष्णुगुप्त के नाम से भी जाना जाता है, दुनिया के पहले economist, master strategist और management guru माने जाते हैं जिनके दिखाये मार्ग पर चलकर ना जाने कितने साम्राज्य स्थापित हुए. आज इस विडियो में मैं चाणक्य नीतियों के खजाने में से कुछ अनमोल ज्ञान की बातें आपके साथ शेयर करूँगा, जिसे practically apply कर आप अपने कपड़ों के व्यवसाय को और भी सफल बना पायेंगे.
#1 सीख नंबर एक – चाणक्य ने कहा था – कार्य को आरंभ करने से पहले समय और स्थान का विचार करें
को काल: कानि मित्राणि को देश: कौ व्ययागमौ।
कोवाहं का च मे शक्ति: इति चिन्त्यं मुहुर्मुह:।।
अर्थात – किसी भी कार्य को करने से पहले समय और स्थान का विचार करना चाहिए, इसके बाद यह जानना चाहिए कि उसका सहयोग करने वाले कौन हैं और आय-व्यय यानि संसाधन किस प्रकार का है और स्वयं की योग्यता किस तरह की है. यदि इन बातों को समझ लिया तो कोई भी नया कार्य आरंभ करने में असफलता प्राप्त नहीं होगी.
दोस्तों, सिर्फ दो पंक्तियों में चाणक्य ने नया बिजनेस शुरू करने से सम्बंधित कितनी बड़ी सीख दे डाली है.
कपड़ों की दुकान शुरू करना हो या कोई और बिजेनस लोकेशन बहुत मायने रखती है, इसी तरह समय कैसा चल रहा है…क्या फैशन है …क्या चीज ट्रेंड कर रही है ये जानना भी बहुत ज़रूरी है.
किसी भी काम को करने के लिए हमें लोगों के सपोर्ट की ज़रुरत पड़ती है, इसलिए काम शुरू करने से पहले जान लेना चाहिए कि ज़रुरत पड़ने पर कौन हमारी मदद कर सकता है.
इसी तरह बिजनेस में आय – व्यय और Cashflow का हिसाब रखना बेहद ज़रूरी होता है. और अंत में आप जो काम करने जा रहे हैं आप उसे करने के योग्य हैं या नहीं ये आपको पता होना चाहिए.
दोस्तों, बिजेनस हो या जॉब इंसान को अपनी योग्यता को समझ कर ही काम करना चाहिए तभी वो उसे अच्छे ढंग से कर सकता है.
हालांकि, मैं ये भी कहना चाहूँगा कि योग्यता एक ऐसी चीज है जिसे आप विकसित कर सकते हैं. इसलिए यदि आप किसी काम को करने के लिए दृढ संकल्पित हैं लेकिन आपमें उसकी योग्यता नहीं है तो आप पहले किसी ट्रेनिंग द्वारा या उस चीज की पढ़ाई करके उसकी योग्यता प्राप्त करिए और फिर वो काम शुरू कीजिये.
निश्चित ही आपको सफलता मिलेगी.
#2 सीख नंबर दो – विनम्रता एक ऐसा गुण है जिसकी मूर्खों से अपेक्षा नहीं की जा सकती।
दुसरे शब्दों में कहें तो विनम्रता बुद्धिमानो का गुण है. बिजनेस करने के दौरान ऐसे कई मौके आते हैं जब चीजें आपके according नहीं होती हैं. कभी स्टाफ का behavior तो कभी कस्टमर की rudeness आपको क्रोधित कर सकती है. ऐसे समय में जो मूर्ख होते हैं वो अपना आपा खो देते हैं जिससे उन्हें बिजनेस में भी काफी नुकसान उठाना पड़ता है. लेकिन चाणक्य की मानिए और विनम्रता को अपना आभूषण बना कर धारण कर लीजिये.फायदा ज़रूर होगा.
Chanakya Business Tips in Hindi
#3 सीख नंबर तीन – अधिक कठोर न बनें और हद से ज्यादा कोमलता व् दारता भी न दिखाएँ
बिजनेस के लिए चाणक्य की तीसरी सीख है- शक्तिशाली होने के लिए आपको छड़ी का उपयोग करने की कला पता होनी चाहिए, इतना सख्त मत बनिए कि लोग आपके साथ महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करने से डरें और कभी भी इतने मीठे या उदार भी न बन जाइए कि लोग आपके शब्दों को महत्व ही न दें.
विनम्रता का गुण अच्छा है पर as a business owner आपको कई बार टफ डिसीजन लेने पड़ते हैं. उदाहरण के लिए कोरोना काल में बिजनेस सर्वाइव कर जाए इसके लिए कई कम्पनियों को स्टाफ की छटनी करनी पड़ी. इस मामले में बड़े-बुजुर्गों की कही एक पुरानी कहावत भी याद आती है कि किसी को अपने सर पर नहीं चढ़ाना चाहिए…. आप प्यार से रहिये, सबकी केयर करिए लेकिन एक उचित दूरी बना कर रखिये, ताकि आपकी gravity बनी रहे और ज़रुरत पड़ने पर आप बिजनेस के हित में कड़े कदम उठा सकें.
चाणक्य की व्यापार नीति / Chanakya Niti For Business Hindi
#4 सीख नंबर चार – अगर सांप जहरीला ना भी हो तो उसे खुद को जहरीला दिखाना चाहिए
सांप की ताकत उसका ज़हर है, अगर शत्रु जान जाएं कि सांप का ज़हर खत्म हो चुका है तो वे उसे क्षण भर में पराजित कर देंगे. इसी तरह एक व्यापारी को कभी भी competitors के सामने कमजोर नहीं दिखना चाहिए… भले बिजनेस में कई दिक्कतें आ रही हों, आपको खुद को strong position में ही दिखाना चाहिए.
Strong दिखते हुए अपनी problems को दूर करना आसान है… कमजोर दिखने पर जो लोग आपकी पैसों से या अन्य तरीकों से मदद कर सकते हैं वे भी पीछे हट जाते हैं.
#5 सीख नंबर पांच – सबसे बड़ा गुरु मन्त्र है : कभी भी अपने राज़ दूसरों को मत बताएं
राज़ की बातें हमेशा गुप्त ही रहने दें वर्ना यह आदत आप को बर्बाद कर देगी. Coca Cola, पेप्सी जैसी कम्पनियों ने आज तक अपने सॉफ्ट ड्रिंक का फार्मूला किसी को नहीं बताया. बड़ी-बड़ी टेक कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स की डिटेल्स बाहर ना जाए इसके लिए करोड़ों रु खर्च करती हैं.
एक जादूगर अगर अपनी ट्रिक्स बता दे तो उसका जादू देखने कौन जाएगा ?
बिजनेस को सफलता से रन करना क्या किसी जादू से कम है? जादू बना रहे इसके लिए आपको ध्यान देना होगा कि आप अपने बिजनेस से सम्बंधित कोई भी बात करते समय सतर्क रहें. अगर कुछ बताना पड़े भी तो इतना ही बताएँ जिससे सामने वाले का काम चल जाए.
दरसल, अधिक इनफार्मेशन देना कहीं न कहीं आपको कमजोर बनाता है, आपके अन्दर इस बात का भय आ सकता है कि कहीं आपकी बात बाहर न चली जाए. इसलिए अपने secrets किसी से शेयर ना करें.
#6 सीख नंबर छ – कभी भी नई शुरुआत करने के लिए बहुत देर नहीं हुई होती है
चाणक्य ने कहा है, “जो बीत गया उसकी चिंता न करें, भविष्य से न डरें. बुद्धिमान लोग वर्तमान का सदुपयोग करने पर ध्यान देते हैं.”
मुझसे ऐसे बहुत से लोग मिलते हैं जो इस बात को लेकर दुखी होते हैं कि अजय जी मैं छोटी-मोटी जॉब ही करता रह गया, या बच्चों के चक्कर में मैंने अपना करियर नहीं बनाया…. या मैंने बिजनेस किया पर फेल हो गया. ऐसे सभी भाइयों बहनों को इस बात को समझना चाहिए कि कोई भी अच्छी शुरुआत करने के लिए देर नहीं हुई होती है.
Nykaa की फाउंडर Falguni Nayar आज billionaire बन चुकी हैं, पर पता है उन्होंने अपने बिजनेस की शुरुआत कब की – उनचास साल की उम्र में.
इसी तरह ex army man परशु मरुचे ने 45 साल की उम्र में Ajmera Fashion के साथ जुड़ कर कपड़ों का बिजनेस शुरू किया, और आज वे काफी अच्छा काम कर रहे हैं. यही नहीं पूरे भारतवर्ष से ना जाने कितनी हाउसवाइव्स ने हमारे साथ जुड़ कर घर से ही कपड़ों का बिजनेस शुरू किया और आज घर की main earning member बन चुकी हैं. इसीलिए, न भूत का पछतावा, न भविष्य की चिंता बस वर्तमान को सर्वश्रेष्ठ तरीके से जीईये.
#7 सीख नंबर सात – “जिस प्रकार बूँद–बूँद से घड़ा भर जाता है उसी प्रकार धीरे–धीरे धन का संग्रह, विद्या और अच्छे कर्म महान खजाने बन जाते हैं.”
मैंने देखा है कि बिजनेस शुरू करने के कुछ महीनो बाद ही कई युवा निराश होने लगते हैं कि growth बहुत slow है लेकिन उन्हें समझना होगा कि जब व्यापार की बात आती है तो instant success जैसा कुछ नहीं होता है. सफलता एक बार में नहीं मिलती, यह धीमी प्रक्रिया है, और समय लेती है.
यदि आप patience न रखते हुए तुरंत success की उम्मीद कर रहे हैं, तो बहुत ज्यादा चांस है कि आप असंतुष्ट हो जायेंगे. वहीं अगर आप बूँद-बूँद करके अपने बिजनेस रुपी पौधे को सींचेंगे तो वह जल्द ही एक फलदार वृक्ष के रूप में खड़ा हो जाएगा और आप ही को नहीं बल्कि आपकी आने वाली कई पीढ़ियों को भी सुख, समृद्धि और कामयाबी का फल देता रहेगा. तो दोस्तों ये थीं प्रकांड पंडित व चतुर कूटनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य की दी हुई 7 बेहद महत्त्वपूर्ण सीखें जिन्हें अपने बिजनेस में apply करके आप एक सफल व्यापारी बन सकते हैं.
उम्मीद है ये जानकारी आपके बहुत काम आएगी!
अजय अजमेरा
फाउंडर & सीईओ
सूरत
Read Also :
- सिन्धी व्यापारियों की सफलता के 6 रहस्य
- बिजनेस प्लान क्या होता है और इसे कैसे बनाएं?
- जीवन में लक्ष्य का होना ज़रूरी क्यों है ?
- अमीर बनना है तो अपनाएं अरबपति वारेन बफे की इन 10 मन्त्रों को !
- ऐसे कमाती हैं पैसे आज कल की स्मार्ट हाउसवाइव्स
- सफल होना है तो Time Table नहीं To Do List बनाएँ!
- कम लागत में कैसे शुरू करें साड़ियों का बिजनेस
Did you like “7 Lessons for Shopkeepers by Chanakya in Hindi ? / “चाणक्य की वो 7 बातें जो हर दुकानदार को याद रखनी चाहिए / Chanakya Niti For Business Hindi” यह लेख आपको कैसा लगा ? Please share your comments.
यदि आपके पास Hindi में कोई article, inspirational story या जानकारी है जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ E-mail करें. हमारी Id है: [email protected] .पसंद आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ PUBLISH करेंगे. Thanks!
disha says
bohot hi achi information di hai aapne. jo aapne business ki shuruat kar rahe hai ya karna chahte hai unko yaha se bohot kuch sikhne ko milega. Isse dhyan se padhe toh aapko isse bohot kuch sikhne ko milega.
eMarketedu says
badhia jaankari apni vyavsay ke suruat ke liye aur baad me usko safal banane ke liye. Article badhia he bhai.
aarav says
good information , jo business ki shuruat karna chahta hai wo iss article se bohot kuch sikhega .