Bad Effects of Using Tiktok and Helo App in Hindi
फेमस भौतिकशास्त्री अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था-
मुझे उस दिन का डर है जब तकनीक हमारी मानवता के साथ ओवरलैप कर जाएगी। दुनिया में तब केवल बेवकूफों की पीढ़ी होगी।
मुझे लगता है कि आज बिलकुल ऐसा ही हो रहा है। हम छोटे-छोटे Calculation के लिए झट से हाथ में पड़े स्मार्टफोन को swipe करते है और डिजिटल कैल्कुलेटर की सहायता लेते है। यहाँ कुछ हद तक सही है। पर अब तो हम डिजिटल युग में बेहद advanced हो गए।
जो खुशी के पल हम अपने दोस्तों, माता-पिता और रिशतेदारों के साथ बिताते है। अब उसे भी डिजिटल साधनों में खोजने लगे है। लेकिन इसमें सबसे बुरी बात है कि सबकुछ बनावटी होता है। मतलब कैमरे पर झूठी हंसी से दर्द को छुपा लिया जाता है और जो लाइक करे, वे अच्छे लगते है। पर अच्छाई का टेस्ट दिल से किया जाता है, जो इन साधनो से संभव नहीं।
आज के बच्चे-युवा यही खुशी पाने के लिए धड्डले से TikTok और Helo उपयोग कर रहे है, जिसकी छोटे- छोटे चकाचौंध विडियो से बेहद आकर्षित होते है और quick fame पाने के लिए अंधी रथ पर सवार हो जाते है। पर इससे बहुत से दुषपरिणाम सामने आ रहे है, जिन्हें हम पॉइंट्स में समझते है, लेकिन इससे पहले यह जान लेना बेहद जरूरी है कि-
TikTok और Helo app को किसने बनाया है?
शायद आप जानते हो Musical.ly app को, जिसे भारतीय क्रिकेटर रोहित शर्मा ने भी प्रमोट किया था। इस ऐप को शंघाई स्थित टेक कंपनी Bytedance ने खरीदा और 2017 में Tiktok को लॉंच कर दिया। जिसके बाद यह ऐप अमेरिका और एशिया में बहुत पॉपुलर हुई।
पर आपको जानकर हैरानी होगी कि यह ऐप अपने देश चाइना में वर्क नहीं करती है।
खैर इसके बाद 2018 में इसी कंपनी ने Helo सोश्ल मीडिया ऐप को भी लॉंच किया, जो आज युवाओं से ज्यादा बच्चो में पॉपुलर है।
सामाजिक जीवन पर बुरा प्रभाव
यदि आप 80s – 90s या इसे पहले के बॉर्न हैं, तब आप जानते होंगे कि बुजुर्गों के संग गुजारा वक्त कितना फायदेमंद होता था। सिर्फ रोज साथ समय बिताने से हम उनके अनुभवों से कितना कुछ सीख लेते थे! जिसमें संस्कार, व्यवहार, दायित्व से जुड़ी कई बातें हम सीख लेते थे\ पर इस पर डिजिटल साधनों ने जोरदार आघात किया है।
यही नहीं दोस्तों के बीच ऑफलाइन दूरियाँ बढ़ती जा रही है और ऑनलाइन नजदीकियां बढ़ती जा रही है, बाद में यह भयंकर अकेलेपन की वजह बनती है।
दो आयामी जीवन
क्या आप एक्शन मूवीज देखते है? उसमें बहुत-सी technology का उपयोग कर एक्टर को सुपरहीरो की तरह पेश किया जाता है, जिसमें लगता है कि हीरो अपनी नैचुरल पावर से सबकुछ कर रहा है। पर behind the camera का नजारा बिलकुल अलग होता है। हीरो के पीछे ग्रीन स्क्रीन को आसमान बना दिया जाता है और नीचे पड़े गद्दों को जमीन, जिसपर फिल्मी हीरो आसमान से जमीन पर कूदता प्रतीत होता है, जो 1% भी सच नहीं है।
आज की सोशल मीडिया लाइफ भी ऐसी है यानि दो आयामी या डबल स्टैंडर्ड। ऐसे कई कपल है, जो झगड़ते रहते है, पर जैसे ही कैमरा ऑन होता है, दोनों के चेहरे पर बिजली-सी मुस्कान आ जाती है और एक्टिंग करने लगते है। फिर कैमरा ऑफ होते ही दुबारा से टांग-खिचाई शुरू हो जाती है। इस तरह एक ऐप आने से यंग जेनरेशन में स्मार्ट दिखने, ब्रांडेड कपड़े, महंगे मोबाइल और बाईक दिखाने का बहुत क्रेज बढ़ा है।
यह सबकुछ एक अमीर बाप की औलाद के लिए affordable है, पर गरीब का बच्चा क्या करे? फिर क्राइम ही बचता है आखिर रास्ता।
TikTok से जुड़ी कुछ disturbing बातें
9 जून 2019 को मुंबई पुलिस ने टिकटॉक स्टार अभिमन्यु गुप्ता को चोरी-रोबरी के आरोप में किया, जिसके टिकटॉक पर 9 लाख से अधिक फोलोवर्स है। वह दिन में वीडियो और रात में क्राइम करता था। उसका पूरा परिवार-दोस्त उसके करतूत से बेसुध थे।
अब Mr Faisu की बात कर लेते है, जो टिकटॉक के कारण पूरी भारत में बहुत पॉपुलर हुआ है। पर उसने यह सब पॉपुलरिटी हिन्दुत्व के खिलाफ बोलकर अर्जित की है। जिसके बाद बीजेपी नेतायों के दवाब के बाद टिकटॉक ने उसका अकाउंट फ्रीज़ भी किया था।
लेकिन इससे क्या हुआ? बल्कि उल्टे इसने छप्पर-फाड़ के पॉपुलरिटी हासिल है, जिसके कारण अब किसी भी सोशल मीडिया पर इसकी विडियो आते ही कुछ ही घंटों में millions लोग देखते है।
डाटा की सुरक्षा
भारत में एक जनरल यूजर कभी जानने की कोशिश नहीं करता है कि उसका डाटा कहाँ सेव हो रहा है और इसे कैसे इस्तेमाल किया जाएगा। टिकटॉक और हेलो का सर्वर सिंगापोर और अमेरिका में है। यानि हमारे देश में रहते है, बिजनेस करते है और बहुत-सा धन कमाते है। डाटा दूसरे देश में save करते है। कितना खतरनाक है। शायद आपको खतरनाक ना लगे, तो मैं बता दूँ, अगर तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो वह जमीन पर नहीं, बल्कि Cyber-technology के द्वारा लड़ी जाएगी, इसमें वही देश जीतेगा, जिसके पास दुश्मन देश का डाटा मौजूद है।
अब चीन चाहे से सिंगापोर सर्वर से डाटा ले सकता है और misuse कर सकता है। यदि आप नए है तो आपको जानकर हैरानी होगी, इन ऐप पर verified account बनाने के लिए आधार, पैन जैसे id की जरूरत पड़ती है। जिसे हम किसी अजनबी को सपने में भी सौप नहीं सकते है। पर इस दुश्मन देश के ऐप को आँख मूँद दे देते है और आपने बैंक अकाउंट को आधार से लिंक किया ही होगा। यानी, अगर दुश्मन थोड़ी और security breaches करके कभी भी हमें तगड़ा झटका दे सकता है।
फेक न्यूज़
ThePrint.in में छपी खबर के अनुसार पिछले लोकसभा चुनाव में Facebook ने Helo App के 11,000 ads को takedown किया, जिसमे Helo ने रिकॉर्ड 7.7 करोड़ खर्च किए थे, इससे पहले किसी भी ऐप ने FB पर इतने खर्च नहीं किए थे। यह सभी Political Ad थे, जो जनता को मिसगाइड कर एक particular पार्टी को फायदा पहुंचाना चाहते थे। वैसे यहाँ तो वे ज्यादा सफल नहीं हुए, पर वे अपने platform पर Fake News की नदियां बहा रहे है।
वल्गर कंटेंट
भारत में टिकटॉक अपनी vulgar content के लिए एक बार बैन हो चुकी है, जिसके बाद नियमो को बदला है। पर उनकी सिस्टर ऐप हेलो को खोलो, आपको लगेगा, उसे ऐप को पॉर्नस्टार की टीम चला रही है। जबकि इस ऐप की यूजर्स में सबसे ज्यादा संख्या भारतीय बच्चे और टीनेजर की है। यदि आप पैरेंट्स है तो आज ही अपने बच्चो के फोन के चेक करे और उचित कदम उठाए।
फ्री डाटा
कई बार फ्री ऐप वास्तव में फ्री नहीं होते और वे आपकी निजता के लिए खतरनाक भी हो सकते हैं, क्योंकि वह अपने खर्चों को आपका डाटा बेचकर चुकाता है और फलताफूलता है। हेलो और टिकटॉक के मदर कंपनी Bytedance ने MeitY (The Ministry of Electronics and Information Technology) के सवालों का जवाब देते हुआ कहा की वे user की निम्नलिखित डाटा को save करता है-
- आप जो directly data देते है जैसे email, dob, name, age, etc.
- IP address, device mode, device system, network, location, privacy setting,
browsing history - आपकी पसंद और ना पसंद, स्वभाव, जवाब, मैसेज, कांटैक्ट
- फ्रेंड लिस्ट, ऐप उपयोग करने की टाइमटेबल
अब इतना जान लेने के बाद किसी के निर्णय को बदलना कितना आसान होगा। बिलकुल गूगल एड की तरह, जब आप कोई प्रॉडक्ट अमेज़न पर देखते है तो उस प्रॉडक्ट की एड fb और गूगल पर तब तक दिखाई जाती है, जब तक हम खरीद ना ले। मतलब कहने को हम इंसान है, पर पूरा डेटा इन AI को दे दे तो हम बैलगाड़ी की बैल की तरह हो जाते है। कभी आप अपने android mobile की setting में digital wellbeing सर्च करके देखे।
बिगड़ता स्वास्थ्य
बहुत ज्यादा सोशल मीडिया उपयोग करने से Social Media Disorder नाम का रोग हो जाता है। जिसमे लोग हर मिनट में सोश्ल मीडिया अकाउंट चेक करते है और सवाल का जवाब देते है। इन सब में कितना कीमती समय बर्बाद होता है, उसे कोई खबर नहीं रहता है। खैर इस बीमारी का जन्म सोशल मीडिया की पितामाह Facebook से हुई थी। जिसे टिकटॉक और हेलो आगे बढ़ाने के लिए फ्रंट लाइन में आ चुके है, जिसपर इतने खतरनाक चैलेंज होते है, लोगो की जाने चली जाती है। जिसके सामने स्वास्थ्य और मानसिकता बिगड़ने की बात बहुत छोटी लगती है।
खोती पहचान
आज कोई सोशल मीडिया पर पॉपुलर हो जाता है तो लाखों लोग उसे कॉपी करने पर उतारू हो जाते है, वे ठीक से इसकी अच्छाई-बुराई के बारे में नहीं सोचते। उन्हें उनके माँ-बाप की बाते भी बुरी लगने लगती है। जिसके कारण आज बहुत सी अप्रिय घटनाएं सुनने को मिल जाती हैं।
दूसरों को कॉपी करने के चक्कर में लोग अपनी पहचान खो देते है. इस बात को समझना होगा कि अमिताभ बच्चन है एक, दूसरा कोई उनकी कितनी भी नक़ल करे कॉपी ही कहलाएगा। देखिये कुदरत ने हम सबको अलग-अलग बनाकर कितना बड़ा न्याय किया है। कुदरत भी कहती है, आप दूसरों से अलग हैं, उसे ही अपनी पहचान बनाइये, जैसे पूर्व भारतीय रेल टिकट कलेक्टर धोनी ने अपने को पहचाना और आज क्रिकेट दुनिया के चमकते सितारे हैं।
अंत में बताना चाहूँगा कि मैंने ट्विटर पर दिल्ली मेट्रो का एक मीम देखा था। उसमे एक लेडी और एक बच्चा है। दोनों के हाथों में किताब है। तभी एक युवक कहता है, कमाल है इस जमाने के होकर आपके बच्चे के हाथ में मोबाइल नहीं है। तब लेडी कहती है, बड़े होते बच्चे हमारी कॉपी करते है। मुझे किताब पढ़ना बेहद पसंद है, इसलिए मेरे
बच्चे भी किताब पढ़ते है।
खैर इस जमाने में सोशल मीडिया से दूर रहना मुश्किल है, खासकर यदि आप businessman, entrepreneur, blogger या youtuber है तो क्योंकि आप इनसे potential growth अर्जित कर सकते है। लेकिन किसी भी चीज का अच्छा से बुरा बनने के बीच एक लकीर होती है, उसका ध्यान हमें ज़रूर रखना चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि वो हम ही हों जो अपना दिलो-दिमाग खुद कण्ट्रोल करें कोई ऐप या AI program नहीं.
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Hi friends, मैं रवि कुमार Jobbhumi.com से एक online entrepreneur हूँ।
मेरा एक मोटिव है कि लोग ऑनलाइन समय बर्बाद नहीं करे, बल्कि पैसे कमाएं। इसलिए ऑनलाइन जॉब्स चाहने वालों के लिए मैंने इस वेबसाइट को लॉंच किया है। जिसपर आप फ्री ऑनलाइन जॉब्स पा सकते है और आज ही earning स्टार्ट कर सकते है।
We are grateful to Ravi Kumar Ji for sharing this informative post on Bad Effects of Using Tiktok and Helo App in Hindi.
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Ravi Kumar says
खुशी हुई आपका कमेंट पढ़कर, यदि आप कांटैक्ट करना चाहते है तो कांटैक्ट कर सकते है।
kumar says
मेने अभी तक इन दोनों apps को देखा ही नहीं है. जिनके पास करने के लिए काम है उनके लिए ये सब फालतू है. वैसे विज्ञापन को लेकर आपने सही कहा है रवि कुमार भाई मेने आपसे काफी समय पहले कांटेक्ट किया था और किस्मत देखो आज आपका आर्टिकल देख आपकी वेबसाइट का लिंक मिल गया ये भी तो विज्ञापन ही हुआ 🙂
खैर आपने एक बेहतरीन मेसेज दिया है धन्यवाद