AI रेगुलेशन एक्टिविस्ट “स्नेहा रेवनूर” की जानकारी
Who is AI Activist Sneha Revanur ?
Name: स्नेहा रेवनुर
Work: AI Regulations Activist
Age: 20 ( Born – 2004)
Achievement: TIME मैगज़ीन की AI में 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल
Founder: Encode Justice
AI Technology तेजी से प्रगति कर रही है, लेकिन साथ ही इसकी वजह से deepfake जैसे कई खतरे भी बढ़ रहे हैं। इसीलिए इस टेक्नोलॉजी के दुष्परिणामों पर अंकुश लगाने की सख्त ज़रुरत है। लेकिन दुर्भाग्य से इस महत्वपूर्ण पहलु पर विश्वभर की सरकारें अभी भी उतनी जागृत या सतर्क नहीं है जितना इन्हें होना चाहिए।
AI की अभूतपूर्व क्षमताओं का लाभ चंद पूंजीपति या पावरफुल कंट्रीज के पास बना रहे यह भी गलत होगा। साथ ही इसका नीतिपूर्ण उपयोग हो और अनैतिक लाभ लेने वालों के विरुद्ध कड़े दंड का प्रावधान हो यह सुनिश्चित करना भी जरुरी है और इसी ध्येय को सिद्ध करने के लिए भारतीय मूल की एक अमेरिकी युवा नागरिक कार्यरत हैं जिनका नाम है – स्नेहा रेवनुर ।
Sneha Revanur मात्र 20 साल की युवती हैं ( born 2004) और USA में मैसाचुसेट्स के विलियम्स कॉलेज में पढ़ाई करती है। इन्होने सिर्फ 15 साल की उम्र में 2020 में “ Encode Justice / एनकोड जस्टिस” संगठन बनाया था, जिसमें सभी युवा कार्यकर्ता हैं। यह संगठन AI Regulation का हिमायती है।
AI Regulations and Guardrails को लेकर स्नेहा ने जो काम किया है उसी के कारण उन्हें “TIME Magazine’s list of the 100 Most Influential People in AI” लिस्ट शामिल किया गया है। वह इस लिस्ट में चुनी जाने वाले सबसे कम उम्र की मेम्बर हैं.
आइये AI World की Greta Thunberg कही जाने वाली इस युवा कार्यकर्ता और इनके संगठन Encode Justice के बारे में जानते हैं।
Time Magazine में फीचर होने का महत्व
यह अमेरिका की एक पॉपुलर “वीकली मैगेजीन” है। इसकी शुरुआत करीब 100 साल पहले हुई थी। इस मैगज़ीन की बनाई किसी भी सूची में जगह पाना किसी भी एक्टिविस्ट या सेलेब्रिटी के लिए बड़े अचीवमेंट मना जाता है। इसी लिहाज से AI रेगुलेशन एक्टिविस्ट “स्नेहा रेवनूर” का Time Magazine की Top 100 List में शामिल होना बड़ी बात है।
क्या है, एनकोड जस्टिस (Facts)
- इस संगठन की स्थापना कैलिफोर्निया (USA) में वर्ष 2020 में हुई है।
- एनकोड जस्टिस की स्थापना स्नेहा रेवनुर ने की थी जब वह केवल 15 वर्ष की थीं।
- संगठन का उद्देश्य नकद जमानत का विरोध और जोखिम आधारित अल्गोरिदम की पैरवी करना था। इस मूवमेंट को “प्रेपोजिशन 25” नाम दिया गया था।
- यह मिशन (प्रेपोजिशन 25) कामयाब नहीं रहा, जिसके बाद एनकोड जस्टिस ग्रुप ने AI नीतियों के बारे में अपने साथियों और सहयोगियों को शिक्षित और संगठित करने का कार्य जारी रखा।
AI Technology का महत्त्व और खतरा
AI जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है. जहाँ इसके अनेकों फायदे हैं, जैसे – शिक्षा, स्वास्थ्य, नई खोज, सिक्यूरिटी, प्रोडक्टिविटी इत्यादि में यह हमारी क्षमता को बढ़ा रहा है वहीं डीपफेक, misinformation, job loss, जैसी कई समस्याएं भी इसके कारण पैदा हो रही हैं. इसलिए ज़रूरी हो जाता है कि स्नेहा जैसे लोग इस दिशा में सरकारों को जगाएं और ऐसे नियम बनवाएं जिससे आम इंसान को AI के कारण suffer ना करना पड़े.
स्नेहा रेवनुर की ग्रेटा थनबर्ग से तुलना
3 जनवरी 2003 में जन्मी स्वीडिश नागरिक ग्रेटा थनबर्ग विश्वप्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता है। इन्हें 2019 और 2020 में नॉबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया था, साथ ही Time और Forbs की Top 100 सूचि में भी जगह दी गई। इन्होंने 2018 में जलवायु सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र को भी संबोधित किया है। इनके द्वारा शुरू हुई मुहीम #FridaysForFuture बहुत पॉपुलर हुई थी। जिस तरह ग्रेटा ने पर्यावरण के लिए आवाज उठाई, ठीक वैसे ही स्नेहा भी कम उम्र में AI रेगुलेशन की हिमायत और इस टेक्नोलॉजी को मानवकल्याण की तरफ मोड़ने की वकालत कर रही है। इसी लिए उनकी तुलना ग्रेटा थन बर्ग से हो रही है।
Gen Z का अर्थ, और एनकोड जस्टिस में उनका महत्त्व
वर्ष 1997 से 2012 के अंतराल में जन्मे बच्चे “Gen Z” कहे जाते हैं। एनकोड जस्टिस संगठन में 30 देशों के लगभग 900 सक्रिय मेंबर है। यह ग्रुप पहले हो चुके युवा नेतृत्व वाले Climate और Gun Control मूवमेंट से प्रेरित है। इस ग्रुप के सदस्य स्कूल और कॉलेज के युवा छात्र बताये जाते हैं। आनेवाले कल को, देश और दुनियादारी की कमान ऐसे ही सक्रिय और प्रभावी युवाओं के हाथों में होगी, इस लिए इनका मत और सूचन महत्वपूर्ण है।
AI रेग्युलेशन है ज़रूरी
अमेरिकी कांग्रेस को ओपन लेटर : इस खुले पत्र में AI नियमन के लिए FDA जैसी स्वतंत्र एजेंसी गठित करने का सूचन दिया गया। साथ ही कॉर्पोरेट कंपनियों की जवाबदेही, और मानव मूल्यों की रक्षा करने के लिए सशक्त नियम-कानून वाला ढांचा तैयार करने की बात कही गई है। आर्टिफिशल इंटेलिजेंस वर्तमान और भविष्य की तकनिकी है इस लिए सरकारों को इस पर एकजूथ हो कर कारगर रवैया अपना जरुरी है यह भी लैटर में कहा गया है।
Sneha Revanur की विचारधारा
Gemini, Chat GPT और Krutrim जैसे AI Tools युवा पीढ़ी जल्द अपना लेती है, इसका सब से ज्यादा असर भी इसी जनरेशन पर पड़ेगा, इसलिए जरूरी है कि AI पर Rules & Regulation बनाते वक्त इनका भी ओपिनियन लिया जाए।
रेवनूर कहती हैं कि, AI नियंत्रण की रुपरेखा पर बात हो रही है यह बढ़िया शुरुआत है, लेकिन इसे प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए बहुत कुछ करना अभी बाकी है।
इनके मत अनुआर “एनकोड जस्टिस” संगठन, AI टेक्नोलॉजी के विकास की राह में रोड़ा नहीं डालता है, बल्कि उसे पारदर्शी और मानवकल्याण संगत बनाने का हिमायती है।
Sneha Revanur के प्रयासों को देखते हुए, उन्हें अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस द्वारा आयोजित AI पर हुई एक चर्चा में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया था जहाँ उन्होंने अपने विचार खुल कर व्यक्त किये थे।
QNA (Sneha Revanur Biography in Hindi)
Q – स्नेहा रेवनुर की तुलना किस प्रसिद्ध एक्टिविस्ट से होती है?
A – स्नेहा रेवनूर को AI जगत की ग्रेटा थनबर्ग कहा जाता है, गौरतलब है कि ग्रेटा कम उम्र की एक मशहूर “जलवायु कार्यकर्ता” है।
Q – Sneha Revanur का एजेंडा क्या है?
A – AI Technology के विकास को मानवकेंद्रित बनाया जाए, यही स्नेहा रेवानूर का विजन है।
Q – स्नेहा रेवनूर किस देश की नागरिक है?
A – AI जगत की ग्रेटा थनबर्ग कही जाने वाली यह युवा कर्ताकर्ता भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक है।
Q – एनकोड जस्टिस क्या है?
A – स्नेहा रेवनूर द्वारा स्थापित यह एक “सिविल सोसायटी” ग्रुप है। “Encode Justice is mobilizing communities for AI aligned with human values.”
Q – Sneha Revanur को हाल ही में किस प्रसिद्ध मैगेज़िन के 100 प्रभावशाली लोगों में जगह मिली है?
A – स्नेहा को टाइम मैगजीन के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया।
Q – स्नेहा रेवनूर ने एनकोड जस्टिस का मिशन क्या बताया है?
A – यह संस्था जोशीले युवाओं द्वारा एक वैश्विक आंदोलन चलाती है जो AI वर्ल्ड में “मानव अधिकारों” और न्याय का ध्यान रखने की मांग करता है, यह बात रेवनूर ने अपने ब्लॉग के माध्यम से सार्वजानिक की है।
Q – वैश्विक स्तर पर AI रेगुलेशन की मूवमेंट आगे बढ़ाने के लिए स्नेहा रेवानूर का कार्यक्रम क्या है?
A – इस लक्ष्य को साधने के लिए वह सामुदायिक आयोजन, शैक्षणिक प्रोग्रामिंग, राजनीतिक वकालत,
और कंटेंट क्रिएशन का सहारा लेने की बात करती हैं।
Q – OSTP का अर्थ क्या होता है?
A – इसका अर्थ ऑफिस ऑफ़ सायन्स एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी होता है।
Q- वर्ष 2022 में अमेरिकी सरकार ने Sneha Revanur को किस लिए आमंत्रण दिया था?
A – व्हाइट हाउस OSTP द्वारा जारी एक परियोजना के लिए स्नेहा रेवनूर को AI पर बन रही रुपरेखा पर सलाह देने के लिए आमंत्रित किया गया था।
Q – स्नेहा रेवनूर के परिवार में कौन कौन है?
A – उसके माता पिता दोनों सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं और बड़ी बहन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कार्यरत है।
Q – एनकोड जस्टिस संगठन को फंड कहाँ से मिलता है?
A – इस ग्रुप को अमेरिका प्रॉमिस अलायंस, ओमिड्यार नेटवर्क, वी आर फैमिली फाउंडेशन और प्रिंसटन प्राइज इन रेस रिलेशंस जैसे संगठनों से आर्थिक मदद मिलती है, साथ ही इनको व्यक्तिगत आर्थिक मदद भी प्राप्त होती है।
Q – स्नेहा रेवनूर की उम्र क्या है?
A – Sneha Revanur सिर्फ 20 साल की छात्रा व युवा कार्यकर्ता है।
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