ये विडम्बना ही तो है कि जिस भारतवर्ष में नारी को अराध्य माना गया है, जहाँ सदियों से नारी की पूजा होती आई है, उसी भारतवर्ष में आज उसके साथ अनंत अत्याचार हो रहे हैं. मासूम बच्ची हो, कोई औरत हो या फिर वृद्ध महिला ही क्यों न हो! इस पुरुष प्रधान समाज में हर महिला असुरक्षित सी दिखाई दे रही है. पढ़ें: महिलाओं से जुड़े 72 कथन और आज AchhiKhabar.Com पर हम नारी की इसी पीड़ा को अभिषेक सिंह जी द्वारा रचित एक मर्मस्पर्शी कविता के माध्यम से व्यक्त कर रहे हैं. कविता का शीर्षक है … [Read more...]
“खुद को नई चाल दो” | उर्जा से भरपूर प्रेरणादायक कविता | Inspirational Poem in Hindi
दोस्तों, अक्सर अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ते हुए हमें अनेकों बाधाओं का सामना करना पड़ता है. सम्भव है कि इस दौरान हम थक जाएं...निराश हो जाएं... हमारे कदम लडखडाने लगें. ऐसे में हमें ज़रुरत होती है खुद को संभालने की, मोटिवेट करने की और मजबूती से आगे बढ़ने की. पढ़ें: ये मत सोचो कि (प्रेरणादायक कविता) और आज AchhiKhabar.Com (AKC) पर मैं आपके समक्ष अभिषेक सिंह जी द्वारा लिखी एक ऐसी ही बेहद प्रेरणादायक कविता शेयर कर रहा हूँ आपको जोश से भर देगी और आपके अन्दर एक नयी उर्जा का संचार कर देगी. तो … [Read more...]
गुरु-वंदना | Shikshak Diwas Par Kavita | शिक्षक दिवस पर कविता
दोस्तों, हम सभी के जीवन में एक गुरु का, एक शिक्षक का महत्त्वपूर्ण स्थान होता है. शिक्षक दिवस ( Teachers Day), गुरु-पूर्णिमा व अन्य अवसरों पर हम गुरु को विशेष सम्मान देते हैं और उन्हें हमारे जीवन में ज्ञान का प्रकाश प्रज्ज्वलित करने के लिए धन्यवाद देते हैं. पढ़ें: शिक्षक दिवस पर एक और कविता - "गुरु" आज AchhiKhabar.Com पर मैं आपके साथ अभिषेक सिंह जी द्वारा लिखी; गुरु की आराधना करती एक उत्कृष्ट कविता प्रस्तुतु कर रहा हूँ, जिसे आप इन विशेष अवसरों पर प्रयोग कर सकते हैं. Shikshak … [Read more...]
हम क्या उगाते हैं, जब हम पेड़ लगाते हैं? | Hindi Poem on Trees
हम सब जानते हैं कि पेड़ हमारे जीवन में कितना महत्त्व रखते हैं! कई कवियों ने प्रकृति और पेड़ों की महत्ता अपनी रचनओं में प्रस्तुत की है. और ऐसे ही एक बेहद प्रसिद्द पोएट हुए हैं - हेनरी ऐबे (Henry Abbey) जिन्हें पेड़ों पर लिखी उनकी कविता - "What do we plant when we plant a tree?" के लिए याद किया जाता है. Must Read: क्यों करें वृक्षारोपण? 10 कारण प्रकृति की विशेषता बताते 38 अनमोल वचन पर्यावरण बचाने के 10 प्रैक्टिकल तरीके आइये आज AKC पर हम उनकी इस प्रसिद्द कविता का हिंदी संस्करण … [Read more...]
‘अश्रु’ – 15 August Independence Day Poem in Hindi | स्वतंत्रता दिवस पर कविता
प्रिय मित्रों, स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर मैं आपके साथ अभिषेक सिंह जी द्वारा रचित एक बेहद मर्मस्पर्शी व भावुक कविता साझा कर रहा हूँ. यदि आपको यह कविता पसंद आये तो कृपया कमेन्ट के माध्यम से हमारा उत्साहवर्धन ज़रूर करें. 15 August Independence Day Poem in Hindi 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर कविता 'अश्रु' अश्रु निर्झर से बहे कहते हृदय की वेदना, चेतना से शून्य मन गहरी मेरी संवेदना। रो रही माँ भारती बेटे को जाता देख कर, आ रहा माँ का दुलारा तिरंगे में लपेट कर। खून से लतपथ … [Read more...]
मेरी मां जादू जानती है! | मातृ दिवस पर कविता
AchhiKhabar.Com के सभी पाठकों को मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं! आज इस अवसर पर हम आपके साथ "माँ" पर लिखी एक कविता शेयर कर रहे हैं, जिसका शीर्षक है- मेरी मां जादू जानती है... मां फल-सब्जी जब काटती है, उंगली पर उस को बांटती है, चाकू की धार हो तेज़ मगर, न फ़िक्र उसे, न कोई डर वह धार के रुख़ पहचानती है।। मेरी मां जादू जानती है...! --- ग़म, गुस्सा हो या बीमारी हो, जैसी भी कोई दुश्वारी हो, लेकिन वह ज़रा ना घबराए, हर मसला पल में सुलझाए, करती है वही, जो ठानती है।। मेरी मां जादू … [Read more...]
गुरु | Teachers Day Poem in Hindi | शिक्षक दिवस पर कविता
एलेग्जेंडर महान ने कहा था - मैं जीने के लिए अपने पिता का ऋणी हूँ , पर अच्छे से जीने के लिए अपने गुरु का. मित्रों, गुरु की महत्ता को शब्दों में बयान कर पाना मुश्किल है. बिना गुरु के आशीर्वाद के इस जीवन में सफल होना असम्भव है. आइये आज हम इस कविता के माध्यम से गुरु की महिमा को समझते हैं और उनकी वंदना करते हैं. Teachers Day Poem in Hindi / गुरु पर कविता गुरु ============= गुरु की उर्जा सूर्य-सी, अम्बर-सा विस्तार. गुरु की गरिमा से बड़ा, नहीं कहीं आकार. गुरु का सद्सान्निध्य ही,जग … [Read more...]
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो ???
तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो ??? भारत में रहते हो भारत का खाते हो फिर भी मुंह छिपाकर झंडे पाकिस्तान के फहराते हो जब ये ही करना है तुमको…. तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो? --- आतंकियों से प्यार जताते हो जनाजों में उनके उमड़े चले जाते हो भूकंप बाढ़ तूफानों में फिर सेना-सेना क्यों चिल्लाते हो जब ये ही करना है तुमको…. तो पाकिस्तान क्यों नहीं चले जाते हो? --- भारत की जीत पर मातम पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाते हो जिस मिट्टी में तुमने जन्म लिया उससे गद्दारी कर जाते हो जब ये … [Read more...]
“माँ” – मदर्स डे पर कविता
Happy Mother's Day मातृ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं "माँ" - मदर्स डे पर कविता कोई अौर झुलाता है झूले मैं तो भी रो जाता हूँ, मैं तो बस अपनी माँ की थपकी पाकर ही सो पाता हूँ। --- कुछ ऐसा रिश्ता है मेरा मेरी माँ से दर्द वो ले लेती है सारे और मैं बस मुस्कुराता हूँ। --- यूँ तो जमाने के नजरों मैं मैं बड़ा हो गया हूँ, पर दूर जब माँ से होता हूँ तो रो जाता हूँ। --- चारदिवारी से घिरा वो कमरा बिन तेरे घर नहीं लगता माँ, मैं हर रोज अपने ही कमरें मैं मेहमान हो जाता हूँ। --- जब भी … [Read more...]
बिहारी के 20 प्रसिद्द दोहे हिंदी अर्थ सहित Bihari Ke Dohe
बिहारी के दोहे हिंदी अर्थ सहित Bihari Ke Dohe With Meaning in Hindi कौन थे बिहारी? बिहारी के नाम से विख्यात महाकवि बिहारीलाल रीति काल के प्रसिद्द कवि थे जो अपनी रचना सतसई (buy now) के लिए जाने जाते हैं। सन 1600 के आसपास ग्वालियर में जन्मे बिहारी जी के बारे में अधिक जानने के लिए यहाँ जाएं। आइये आज AchhiKhabar.Com पर हम महाकवि बिहारी के 20 प्रसिद्द दोहों का अर्थ सहित संकलन देखते हैं: 1. दृग उरझत, टूटत कुटुम, जुरत चतुर-चित्त प्रीति। परिति गांठि दुरजन-हियै, दई नई यह रीति।। भाव:- प्रेम की … [Read more...]